साभार: जागरण समाचार
वामपंथी पार्टियों CPI (एम) और CPI की जींद में आयोजित संकल्प रैली में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी पहुंचे। उन्होंने लोकसभा चुनाव में BJP और उसके सहयोगी दलों को
हराने का आह्वान किया। उन्होंने रैली में ही हिसार लोकसभा सीट से माकपा के सुखवीर सिंह और अंबाला से भाकपा के अरुण कुमार को चुनाव लड़ाने का एलान किया गया। बाकी आठ सीटों पर BJP को हराने वाले उम्मीदवार का समर्थन किया जाएगा।
सीताराम येचुरी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि BJP के पिछले पांच साल के शासन में बड़े भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आए हैं। मोदी के नजदीकी लोग ही देश का हजारों करोड़ रुपया लेकर विदेश भाग गए हैं। राफेल डील में ही 30 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है। मोदी राज में ही देश के एक फीसद अमीर लोगों के पास देश की कुल संपत्ति का 73 फीसद जमा हुआ है। किसानों की आत्महत्याओं में डेढ़ गुणा बढ़ोतरी हुई है। सीमा पर सैनिकों की शहादत और आतंकी घटनाएं तीन गुणा बढ़ी हैं। माकपा राज्य सचिव सुरेंद्र सिंह, CPI राज्य सचिव दरियाव सिंह कश्यप, इंद्रजीत सिंह, शकुंतला जाखड़, जयभगवान, रमेश चंद्र, फूलसिंह श्योकंद तथा CPI के बेचुगिरी, प्रेमचंद, नीलम संधू ने भी रैली को संबोधित किया।
गोरक्षा के नाम पर मुसलमान और दलितों की हत्या स्वीकार नहीं - रेड्डी: CPI महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने कहा कि मोदी राज में पढ़े लिखे नौजवानों में बेरोजगारी उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। गोरक्षा का कोई विरोध नहीं कर रहा है, लेकिन गो रक्षा के नाम पर मुसलमानों और दलितों की भीड़ द्वारा हत्या की इजाजत नहीं दी जा सकती। उन्होंने संघ परिवार पर गौरी लंकेश, गोविंद पानसरे, प्रो. कलबुर्गी और नरेंद्र दाभोलकर की हत्या का आरोप लगाया।
चुनाव आयोग की निष्ठा पर सवाल: माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य नीलोत्पल बसु ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से प्रधानमंत्री नए-नए वादे और शिलान्यास करते देश भर में घूम रहे हैं। इससे पता चलता है कि पांच साल के राज में उन्होंने कुछ नहीं किया। चुनाव आयोग की निष्ठा पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी के इन दौरों के बाद ही चुनाव की घोषणा की गई। बसु ने मोदी पर अपने कारपोरेट दोस्तों को देश का पैसा लेकर विदेश भागने में मदद का भी आरोप लगाया।