साभार: जागरण समाचार
कांग्रेस ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि वह हरियाणा में किसी दल से लोकसभा चुनाव में गठजोड़ नहीं करेगी। इसके साथ ही पार्टी राज्य में 26 मार्च से रोड शो शुरू करेगी। इसमें हरियाणा कांग्रेस के सभी बड़े नेता
शामिल होंगे। दूसरी अाेर, कुलदीप बिश्नोई को लेकर संस्पेंस पैदा हो गया है। यहां हुई कोऑडिनेशन कमेटी की पहली बैठक में भी वह नहीं आए। बैठक में हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी गुलाब नबी आजाद और कमेटी के 14 सदस्य शामिल हुए।
बैठक के बाद ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस किसी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि होली के बाद कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई जाएगी। इस बैठक में हरियाणा में लोकसभा की सभी सीटें जीतने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी कांग्रेस नेता एकजुट हैं।
हरियाणा में कांग्रेस का रोड शो फ़रीदाबाद से 26 मार्च को शुरू हाेगा। यह पलवल, मेवात, गुरुग्राम, रेवाड़ी होते हुए नारनौल पहुंचेगा। नारनौल में रात्रि विश्राम होगा और फिर अगले दिन यह रोड शो आगे जारी रहेगा। कांग्रेस के प्रदेश प्रधान डाॅ. अशोक तंवर ने कहा कि जो कांग्रेस में हैं वो सब हमारे बस में हैं। 26 मार्च को फ़रीदाबाद से एक बस में बैठकर कांग्रेस के सभी नेता पूरे हरियाणा का में 30 मार्च तक रोड शो करेंगे। पिछले पांच साल में कांग्रेस के नेताओं ने अपने-अपने स्तर पर जो फ़सल उगाई थी अब उसको एक कर कांग्रेस को मज़बूती देनी है। राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतने के लिए रणनीति बनाई जाएगी।
बता दें कांग्रेस हाईकमान ने सोमवार शाम को हरियाणा के लिए कोऑडिनेशन कमेटी (समन्वय समिति) के गठन को मंजूरी दी थी। इसका अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बनाया गया है। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशाेक तंवर, विधायक दल की नेता किरण चौधरी, रणदीप सुरजेवाला और कुलदीप बिश्नोई सहित 15 वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया है। इससे पहले कमेटी की घोषणा के बाद इसे वापस ले लिया गया था।
मंगलवार को कमेटी की नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पहली बैठक हुई। बैठक में हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आज़ाद भी शामिल हुए। इस बैठक में सबसे चर्चा का विषय कांग्रेस विधायक और कोआॅडिनेशन कमेटी के सदस्य कुलदीप बिश्नोई की बैठक में अनुपस्थिति रही। बता दें कि वह गुजरात में आयोेजित कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में भी नहीं शामिल हुए थे।
बैठक स्थल पर यह भी चर्चा रही कि वह समन्वय समिति का चेयरमैन भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बनाए जाने से ख़फ़ा हैं। पिछले दिनों उनके भाजपा में जाने की चर्चाएं भी चली थीं। बाद में कुलदीप बिश्नोई ने इन चर्चाओं को सिरे से ख़ारिज कर दिया था। दूसरी ओर, कांग्रेस मुख्यालय पर ग़ुलाम नबी आज़ाद के कार्यालय के कर्मचारी यह भी बता रहे हैं कि दो दिन पहले कुलदीप बिश्नोई के बड़े भाई और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई ने ग़ुलाम नबी से मिलने का समय मांगा था। बताया जाता है कि उस समय उन्होंने कहा था कि दो दिन बाद उनके परिवार में कोई शादी है। इस वजह से वह बाद में नहीं आ पाएंगे।
कांग्रेस मुख्यालय में फ़िलहाल यही माना जा रहा है कि परिवार में कोई कार्यक्रम होने की वजह से कुलदीप बिश्नोई इस बैठक में नहीं आए हैं। अभी इसकी अधिकृत रूप से जानकारी कुलदीप बिश्नोई परिवार की तरफ़ से नहीं दी गई है।
कांग्रेस मुख्यालय में हुई बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा,प्रदेश प्रभारी मंत्री महासचिव ग़ुलाम नबी आज़ाद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर, पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा, कांग्रेस विधायक कुलदीप शर्मा, कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख रणदीप सुरजेवाला, कैप्टन अजय यादव, कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी,पूर्व सांसद नवीन जिंदल, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, विधायक जयबीर बाल्मीकि, पूर्व विधायक अनिल ठक्कर, पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह अौर जयपाल सिंह लाली मौजूद रहे। कमर में दर्द होने की वजह से क़रीब आधे घंटे बाद ही रणदीप सुरजेवाला वाला बैठक से चले गए। इसके बाद डॉक्टर से अपॉइंटमेंट के कारण पूर्व सांसद नवीन जिंदल भी बैठक से चले गए।