साभार: जागरण समाचार
दिल्ली से सटे फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी होंगे। भाजपा की राज्य में लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक में गुर्जर के नाम पर एक तरह से मुहर
लग गई है। अब सिर्फ पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड की सहमति बकाया रह गई है। पांच वर्ष पहले 2014 के चुनाव में गुर्जर ने तीन बार के भाजपा सांसद रामचंद्र बैंदा के सामने पार्टी से लोकसभा टिकट मांगा था। तब कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस के अवतार भड़ाना को 4.67 लाख मतों के अंतर से हराया।
कृष्णपाल गुर्जर को दोबारा टिकट दिए जाने के फैसले को राजनीतिक नजरिये से उनकी मजबूती के रूप में देखा जा रहा है। असल में पिछले पांच साल में गुर्जर के खिलाफ उनके चिरपरिचित प्रतिद्वंद्वी अवतार भड़ाना ने मोर्चा खोले रखा तथा उनके पुराने मित्र उद्योग मंत्री विपुल गोयल से भी उनकी पटरी नहीं बैठी।
भाग्य के तेज कृष्णपाल गुर्जर के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर वापस कांग्रेस में चले गए हैं और उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ. अनिल जैन के निर्देशानुसार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष एक बार फिर अपने मित्र कृष्णपाल गुर्जर का ही नाम लिया।
सूत्र बताते हैं कि गुर्जर के खिलाफ फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से एक भी ठोस आवेदन नहीं आया। पूर्व सांसद रामचंद्र बैंदा के पुत्र दयानंद बैंदा के अलावा गुर्जर के सामने किसी अन्य प्रत्याशी ने टिकट नहीं मांगा।
अवतार भड़ाना 20 मार्च को खोलेंगे चुनाव: कार्यालय गुर्जर के खिलाफ एक बार फिर चुनावी मैदान में पूर्व सांसद अवतार भड़ाना ही उतरेंगे, ऐसी आशा जताई जा रही है। भड़ाना 20 मार्च को पुराना फरीदाबाद स्थित अपने कार्यालय परिसर में चुनावी कार्यालय खोलेंगे। इसके लिए उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों से अपने समर्थकों को आमंत्रित किया है। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने यह कार्यालय पार्टी से मिली हरी झंडी के बाद खोलने का निर्णय लिया है।