साभार: जागरण समाचार
छह गुटों में बंटी हरियाणा कांग्रेस पांच साल बाद एकजुट हुई तो राज्य में लोकसभा की दस में आठ सीटों पर प्रत्याशी भी लगभग तय कर लिए। सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को समन्वय समिति की बैठक में नेताओं ने
फरीदाबाद और सोनीपत की सीट पर प्रत्याशी के चयन का जिम्मा समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर छोड़ दिया।
फरीदाबाद से हुड्डा सहित समिति के कई प्रमुख सदस्य भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए अवतार भड़ाना को चुनाव लड़ाने के हक में नहीं हैं। हुड्डा गुट की तरफ से पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह, विधायक करण सिंह दलाल और ललित नागर के नाम लिए गए हैं। हालांकि प्रदेश प्रभारी महासचिव गुलाम नबी आजाद ने इस पूरे मुद्दे पर चुप्पी साधे रखी। समिति के नेताओं को पता है कि भड़ाना को कांग्रेस में वापस लाने में आजाद की अहम भूमिका है। भड़ाना को उत्तर प्रदेश में कहीं से टिकट नहीं दिए जाने का मतलब भी यही लगाया जा रहा है कि आलाकमान उन्हें फरीदाबाद से चुनाव लड़ाना चाहता है।
सूत्र यह भी बताते हैं कि पार्टी आलाकमान ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सोनीपत से चुनाव लड़ने का संदेश दिया है। हुड्डा की तरफ से यह कहा गया है कि इसका फैसला 22 मार्च के बाद किया जाएगा क्योंकि तब तक भाजपा के संभावित उम्मीदवारों की सूची सामने आ सकती है। हुड्डा गुट का आलाकमान को यह भी तर्क है कि रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा और सोनीपत से खुद भूपेंद्र हुड्डा चुनाव लड़ेंगे तो फिर अन्य सीटों पर प्रचार का काम प्रभावित होगा।