साभार: जागरण समाचार
अमृतसर के जोड़ा फाटक हादसे में 61 लोगों की मौत का कारण बनी जालंधर-अमृतसर डीएएमयू के लोको पायलट अरविन्द कुमार ने रविवार को अपना पक्ष रखा। अरविन्द कुमार ने अपने बयान में कहा, मैंने लगातार
हॉर्न बजाए और इमरजेंसी ब्रेक भी लगाई। डीएमयू ने गेट नंबर 28 का ग्रीन सिग्नल पास किया और गेट नंबर 27 पर डबल येलो सिग्नल होने पर लगातार हॉर्न बजाते हुए उसने उसे क्रॉस किया। जैसे ही गाड़ी दुर्घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर थी तो एक अन्य गाड़ी (अमृतसर-हावड़ा मेल 13006) सामने से आ रही थी। अचानक लोगों को हुजूम ट्रैक के पास दिखा तो मैंने हॉर्न बजाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। ब्रेक लगाने पर भी मेरी गाड़ी की चपेट में कई लोग आ गए। गाड़ी की स्पीड लगभग रुकने के करीब थी तो लोगों के बड़े हुजूम ने मेरी गाड़ी पर पत्थरों से हमला कर दिया। मैंने गाड़ी में बैठी हुई सवारियों की सुरक्षा को देखते हुए गाड़ी को आगे बढ़ाया और अमृतसर स्टेशन पर आ गया। इसकी सूचना तुरंत मैंने संबंधित अधिकारियों को दे दी।