साभार: जागरण समाचार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में टैक्सपेयर की संख्या में बढ़ोतरी की वजह
लोगों का सरकार में भरोसा बढ़ना है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात का विश्वास है कि उनके टैक्स की पाई पाई का सरकार बेहतर इस्तेमाल कर रही है। प्रधानमंत्री ने अब टैक्स देने से एक कदम आगे बढ़कर लोगों से समाज के लिए काम करने का आह्वान किया है।
देश भर के आइटी प्रोफेशनल के साथ चर्चा के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों को समाज के विकास में योगदान देने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग में आगे आना चाहिए। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने सरकार की तरफ से तैयार ‘सेल्फ4सोसाइटी’ नाम के एक एप भी लांच किया। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए छह शहरों में आइटी कंपनियों के ऐसे कर्मचारियों से बात की जो सामाजिक सेवाओं से जुड़े रहे हैं। इस कार्यक्रम में म¨हद्रा एंड म¨हद्रा समूह के प्रमुख आनंद म¨हद्रा, नासकॉम के पूर्व अध्यक्ष किरण कार्निक समेत आइटी कंपनियों के कई सीईओ भी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा सेल्फ4सोसाइटी एप का मंत्र है ‘मैं नहीं हम।’ उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से अब देश के 101 शहरों में 229 बीपीओ काम कर रहे हैं जिनके चलते युवाओं को उनके शहरों में ही रोजगार मिल रहा है। हैदराबाद स्थित आइटी कंपनी सिस्को सिस्टम्स की एक युवा प्रोफेशनल के सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि टैक्सपेयर का विश्वास इस सरकार में बढ़ा है और यही वजह है कि अब पहले से अधिक लोग सरकार को टैक्स दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब लोगों को एक कदम आगे बढ़कर टैक्स वन प्लस सिस्टम को अपना कर समाज के लिए कुछ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि टैक्स अदा करना ‘प्रकृति’ है। टैक्स का भुगतान न करना ‘विकृति’ है और टैक्स अदा करने के साथ साथ समाज के लिए कुछ अतिरिक्त करना ‘संस्कृति’ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भविष्य टेक्नोलॉजी पर ही टिका है। उन्होंने कहा युवा आइटी प्रोफेशनल्स से ऐसी टेक्नोलॉजी उपाय तलाशने को कहा जिनसे समाज का भला हो सके। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने सामाजिक दायित्वों को भी समझना होगा और आगे बढ़कर समाज के लिए कुछ करना होगा। आइटी क्षेत्र से जुड़े युवाओं से उन्होंने इस दिशा में टेक्नोलॉजी के जरिए उपाय तलाशने को कहा। यह काम स्वच्छता के क्षेत्र में भी हो सकता है, जल संरक्षण की दिशा में भी हो सकता है और किसानों की आमदनी दोगुना करने के मामले में भी टेक्नोलॉजी से जुड़े विकल्प तलाशे जाने चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का दौर स्टार्ट अप का दौर है। ऐसे में अब सोशल स्टार्ट अप शुरू किये जाने की जरूरत है। आइटी क्षेत्र के युवा पेशेवरों से उन्होंने इस क्षेत्र नए स्टार्ट अप शुरू करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश में स्टार्ट अप का इकोसिस्टम तैयार है और अब इसके जरिए समाज को आगे बढ़ाने वाले सॉल्यूशन तलाशने की आवश्यकता है।1बातचीत के इस क्रम में इन्फोसिस फाउंडेशन की सुधा मूर्ति बैंगलुरू से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ी और उन्होंने प्रधानमंत्री को फाउंडेशन के कार्यो का ब्योरा दिया। हैदराबाद से जुड़ी टेक म¨हद्रा की तेजस्विनी के स्वच्छता अभियान के विजन संबंधी एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अभियान के लोगो में चश्मा भी गांधी का है और विजन भी गांधी का है।