साभार: जागरण समाचार
मनोहर सरकार पांचवें चुनावी साल में बड़ा दांव खेलने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल गांवों का लाल डोरा बढ़ाएंगे। इसके लिए उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। गांवों का लाल डोरा बढ़ने
से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के नए द्वार खुलेंगे। पंचकूला में दस मंत्रियों के साथ पत्रकारों से रूबरू मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दावा किया कि उन्होंने चार साल के कार्यकाल में राजनीतिक शुचिता कायम की तथा पिछली सरकारों के भ्रष्टाचार पर रोक लगाई।
मुख्यमंत्री गांवों का लाल डोरा बढ़ाने का प्रस्ताव सांपला रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष भी रख चुके हैं। प्रधानमंत्री से उन्हें इसकी मंजूरी मिल चुकी है। अब फाइनल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। भाजपा गांवों में लाल डोरे की सीमा बढ़ाकर ग्रामीण वोट बैंक में सेंधमारी कर सकती है। उन्होंने राज्य में पर्यावरण संरक्षण पर भी फोकस किया। मुख्यमंत्री के अनुसार राज्य का वन क्षेत्र मात्र 3.9 फीसद है। कई मैदानी राज्य ऐसे हैं, जहां वन क्षेत्र 20 फीसदी तक है। छात्रों व बच्चों के सहयोग से पौधारोपण तथा कम से कम तीन साल तक उनकी देखभाल की जिम्मेदारी के चलते राज्य के वन क्षेत्र को बढ़ाकर 10 फीसदी तक ले जाया जाएगा। सरकार राज्य के हर व्यक्ति को गैस और चूल्हा उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री के अनुसार सभी बीपीएल परिवारों को गैस और चूल्हा दिया जा चुका है। जिन परिवारों में विभाजन के चलते दो रसोइयां हो गई, वहां 1600 रुपये के अनुदान की राशि बैंक से लोन के रूप में हासिल की जाएगी।