Sunday, October 28, 2018

मनोहर के मंत्रियों ने कहा, जिन्होंने रोहतक फूंका, उनको भूलना नहीं

Click here to enlarge imageसाभार: जागरण समाचार 
हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा के मंत्रियों ने यहां के पुराना आइटीआइ मैदान में शनिवार को आयोजित जनसभा
में कहा कि जिन लोगों ने रोहतक को जलाया, उन्हें जन प्रतिनिधित्व करने को कोई अधिकार नहीं है। आगजनी और दंगों से हुए नुकसान के गुस्से चुनाव तक कम नहीं होने देना है। दरअसल, मंत्री अप्रत्यक्ष रूप से फरवरी 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा के लिए हुड्डा को ही जिम्मेदार ठहराते हुए उनपर निशाना साध रहे थे। 
हुड्डा की तुलना में चौटाला अच्छे: शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने तो यहां तक कह दिया कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा से अच्छे तो चौटाला हैं, जेल में बैठकर गीता पढ़ रहे हैं। हुड्डा को तो अभी तक हमने हथकड़ी भी नहीं दिखाई, पहले ही डर के मारे बौखलाहट दिखाने लगे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा की रथ-यात्र और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर की साइकिल यात्र पर भी चुटकी ली। नंबरदारी का उदाहरण देते हुए कहा कि हुड्डा या कांग्रेस को दोबारा से नंबरदारी नहीं मिलेगी मतलब दोबारा से कांग्रेस की सरकार नहीं बनेगी। साथ ही, कहा कि रोहतक से उनका गहरा नाता है इसलिए उनसे अपील है कि यह अवसर दोबारा नहीं आएगा।
कृषि मंत्री बोले, फरवरी 2016 के गुस्से को कम नहीं होने देना: कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि रोहतक में जाट आरक्षण के दौरान जो ¨हसा भड़की थी, उसको भड़काने वाले का सभी को पता है। जिन्होंने वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु का घर जलवाया, लोगों की दुकानें फूंकी। बेकसूर लोगों की जिंदगी गई। ऐसे लोगों के कार्यों को कभी भूलना नहीं चाहिए। रोहतक में आगजनी के गुस्से को कम नहीं होने देना है। एक ही विधानसभा क्षेत्र में सभी जलसे-जुलूस और रैलियां क्यों होती हैं। इसके पीछे किसका हाथ है, यह सभी को पता है। ऐसे लोगों को रोहतक के प्रतिनिधित्व करने का कोई अधिकार नहीं है।
कांग्रेस राज में केवल जमीन के घोटाले हुए और कुछ नहीं: कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि कांग्रेस शासन के पिछले दस साल के दौरानं केवल जमीनों के घोटाले किए गए। जमीन घोटाले की शुरुआत रोहतक से ही की गई। बोहर, बलियाना, खेड़ीसाध में जमीनों का अधिग्रहण किया। चौधरी रणबीर सिंह के नाम से आइएमटी बनाई। लेकिन एक भी बड़ा उद्योग स्थापित नहीं हुआ। बाईपास निकाल, लेकिन अपने चेहेते लोगों को जमीन खरीदवा कर उनको फायदा पहुंचाने के लिए। पीजीआइ में ट्रामा सेंटर का भवन बनाया, लेकिन न मशीन लगाई न चिकित्सकों की तैनाती। महम-हांसी रेलवे लाइन पर सीएम मनोहर लाल ने 335 करोड़ रुपये मंजूर किए।’