साभार: जागरण समाचार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2018 के सियोल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है। 1988 में सियोल ओलंपिक के
बाद 1990 में कोरियाई प्रायद्वीप और दुनिया के अन्य हिस्सों में शांति की कामना को लेकर इस पुरस्कार की स्थापना की गई थी। प्रधानमंत्री यह सम्मान पाने वाले 14वें व्यक्ति हैं। इससे पहले संयुक्त राष्ट के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल एवं अन्य को इस पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण कोरिया के प्रति आभार जताते हुए पुरस्कार स्वीकार किया है।
विदेश मंत्रलय द्वारा बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘मोदी को अंतरराष्ट्रीय सहयोग, वैश्विक आर्थिक विकास में वृद्धि, दुनिया की तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था भारत में ह्यूमन डेवलपमेंट और भ्रष्टाचार विरोधी एवं सामाजिक एकजुटता के प्रयास से लोकतंत्र के विकास के लिए पुरस्कृत किया गया है।’
पुरस्कार समिति ने 100 से ज्यादा नामों पर किया विचार: विदेश मंत्रलय ने कहा है कि दुनिया भर के 1300 से ज्यादा प्रस्तावकों द्वारा प्रस्तावित 100 से ज्यादा नामों विचार के बाद पुरस्कार समिति ने मोदी को पुरस्कार देने का फैसला लिया। समिति ने प्रधानमंत्री को ही योग्य माना।