साभार: जागरण समाचार
श्रीलंका में राजनीतिक उठापटक के बीच रविवार को हुए गोलीकांड के सिलसिले में निवर्तमान पेट्रोलियम मंत्री व क्रिकेट से राजनीति में आए अजरुन रणतुंगा को गिरफ्तार कर लिया गया। बर्खास्त प्रधानमंत्री रानिल
विक्रमसिंघे समर्थक रणतुंगा रविवार को जब सरकारी कार्यालय गए थे तब प्रधानमंत्री राजपक्षे समर्थकों ने विरोध किया था। इस दौरान रणतुंगा के सुरक्षाकर्मियों की फायरिंग में एक प्रदर्शनकारी मारा गया था और दो घायल हुए थे। हालात पर स्पीकर कारू जयसूर्या ने चिंता जताई है और सड़कों पर ¨हसा फैलने की आशंका व्यक्त की है। द्वीपीय देश के गहराते राजनीतिक विवाद में सोमवार को अमेरिका ने दखल दे दिया। कहा, संसद का सत्र आहूत कर बहुमत का अविलंब परीक्षण कराया जाए। जबकि चीन ने पूरे विवाद को श्रीलंका का अंदरूनी मसला कहा है। श्रीलंका मसले पर अमेरिका के विदेश मंत्रलय की प्रवक्ता हीथर नौअर्ट ने कहा, हम राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेन से मांग करते हैं कि वह अविलंब संसद सत्र आहूत कर बहुमत का परीक्षण करवाएं। 1इससे श्रीलंका के नागरिकों की आकांक्षाओं के अनुरूप सरकार कार्य कर सकेगी। अमेरिका ने सभी संबद्ध पक्षों और राजनीतिक दलों से संयम बरतने की अपील की है। 1उकसावे और ¨हसा से दूर रहने की आवश्यकता जताई है। संयुक्त राष्ट्र ने भी श्रीलंका के राजनीतिक हालात पर चिंता जताई है।’>>सुरक्षाकर्मियों की फायरिंग में प्रदर्शनकारी की मौत का मामला1’>>स्पीकर जयसूर्या ने सड़कों पर खूनखराबे की जताई आशंका1’>>अमेरिका ने कहा, संसद में अविलंब बहुमत का परीक्षण कराएं