साभार: जागरण समाचार
दिल्ली पुलिस की सख्ती के चलते इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला से पार्टी की अनुशासन समिति के सदस्य शुक्रवार को भी नहीं मिल सके। इससे सांसद दुष्यंत चौटाला
और उनके अनुज दिग्विजय के पार्टी से निष्कासन की रिपोर्ट पर वह मुहर नहीं लगा सके। जेल से स्वास्थ्य जांच के लिए बाहर ओमप्रकाश चौटाला से शुक्रवार को उनके सांसद पौत्र दुष्यंत चौटाला और पुत्र अभय सिंह चौटाला मिलने नहीं पहुंचे। पार्टी के कार्यालय सचिव नछत्तर सिंह उनसे मिलने के लिए लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल पहुंचे, मगर दिल्ली पुलिस ने उन्हें मिलने नहीं दिया। माना जा रहा है कि नछत्तर सिंह सांसद दुष्यंत चौटाला और इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला सहित कुछ और उनके समर्थक नेताओं के निष्कासन की बाबत अनुशासन समिति की रिपोर्ट लेकर उनसे मिलना चाह रहे थे।
दुष्यंत-दिग्विजय के निष्कासन में तकनीकी कारणों से हो रही देरी परिवार के कुछ सदस्यों के लिए समझौते के प्रयास में मददगार साबित हो रही है। दुष्यंत की तीनों बुआ अब भी चाचा-भतीजे में समझौता कराने के प्रयास में जुटी हैं। सूत्र बताते हैं कि दुष्यंत की सबसे छोटी बुआ अंजली अभी भी इस प्रयास में हैं कि किसी तरीके से दोनों में समझौता हो जाए। हालांकि उनका प्रयास परवान चढ़ता दिखाई नहीं दे रहा है। अंजली ने अब तक दो बार भतीजे दुष्यंत से मुलाकात की है। चौटाला परिवार के बेहद करीबी एक नेता का कहना है कि अब दुष्यंत-दिग्विजय के निष्कासन का फैसला लंबित रखा जाएगा, क्योंकि पार्टी सुप्रीमो समझ चुके हैं कि जमीनी स्तर पर दुष्यंत का भी कार्यकर्ताओं पर बड़ा प्रभाव है।