साभार: जागरण समाचार
अब अगर क्लास में नहीं भी जाएगा तो उसका लेक्चर मिस नहीं होगा। ऐसा भी नहीं है कि उसके लिए कोई और नोट्स तैयार कर लेगा। वह खुद ही ऑनलाइन लाइव लेक्चर सुन और पढ़ सकेगा। ऐसा संभव होगा
स्मार्ट इलेक्ट्रिक बोर्ड से। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के छात्र प्रिंस और अभिलेख ने बताया कि इस मॉडल पर 570 रुपये खर्च हुए हैं और पूरे प्रोजेक्ट को क्रियान्वित करने पर तीन हजार से 3500 रुपये तक खर्च होंगे। यह आइडिया संस्थान में चल रहे टैकस्पर्धा 18 प्राइम में प्रस्तुत किया गया है। एनआइटी डायरेक्टर डॉ. सतीश कुमार ने इसे सर्वप्रथम संस्थान में ही लागू करने को स्वीकृति दे दी है।
ऐसे काम करेगा प्रोटोकोल: छात्र प्रिंस ने बताया कि प्रोटोकोल में एक स्क्रीन ली गई है। यह एक्स और वाई दो कोआर्डिनेट पर काम करती है, जिसे लैपटॉप से जोड़ा गया है। प्राध्यापक जो भी इस स्क्रीन पर लिखेगा उसी के जैसी एक स्क्रीन लैपटॉप में बन जाएगी। विषय पूरा होने पर स्क्रीन पर कहीं भी टैप करने पर लैपटॉप में वह सेव हो जाएगी और ऑटोमेटिक नया बोर्ड बन जाएगा। इसे लैपटॉप के जरिये एक वेबसाइट से लिंक कर दिया गया है। जैसे ही लैपटॉप में स्क्रीन सेव होगी, वह खुद ही वेबसाइट पर ऑनलाइन हो जाएगी।
हर स्टूडेंट को मिलेगा पासवर्ड: विद्यार्थी इसके प्रोजेक्ट के लिए अलग वेबसाइट बना रहे हैं। प्रिंस और अभिलेख ने बताया कि संस्थान के हर विद्यार्थी का डाटा बेस इस वेबसाइट पर डाला जाएगा। रोल नंबर के अनुसार उन्हें आइडी और पासवर्ड दिया जाएगा। वे कहीं भी इसके जरिये लेक्चर को डाउनलोड कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि जल्दी ही इसके साथ वायस रिकॉर्डर भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए एक बटन दिया जाएगा। प्रिंस का कहना है कि इस एप्लीकेशन पर अपलोड होने वाली फाइल का साइज भी केबी में आता है। इससे सबसे पहले इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन विभाग के एल-ब्लॉक में लागू किया जाएगा।