साभार: जागरण समाचार
पश्चिमी हरियाणा के सिरसा और फतेहाबाद के विभिन्न
जिलों के अलावा पंजाब में रविवार को भारी मात्र में जली पराली ने लोगों का सांस लेना दूभर कर दिया। पूरे हरियाणा में जहां कुल 442 फायर प्वाइंट नोट किए गए, वहीं पंजाब में रिकार्डतोड़ पराली जलाई गई। जानकारी के अनुसार पंजाब में 4 हजार से अधिक जगहों पर पराली को आग के हवाले कर दिया गया। हवा के साथ आए धुएं ने हरियाणा के अधिकांश हिस्सों को अपनी जद में ले लिया। जिससे सांस के रोगियों के अलावा आम लोगों को भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। देर शाम तक हिसार में आए धुएं से आंखों में जलन होने लगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए रविवार को ही हरियाणा सरकार ने प्रदेश के फतेहाबाद, सिरसा, जींद और कैथल के जिला प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। पराली के अधिक केस वाले सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ सोमवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर सकते हैं।
फतेहाबाद और सिरसा में सबसे अधिक फायर प्वाइंट: हरियाणा में सबसे अधिक फायर प्वाइंट फतेहाबाद और सिरसा में नोट किए गए हैं। फतेहाबाद में 141 और सिरसा में 74 स्थानों पर आग लगाई गई। पंजाब की सीमाएं भी इन जिलों के साथ लगती है। ऐसे में इन जिलों के अलावा पंजाब से आया धुआं भी हरियाणा के अन्य जिलों में चला गया। हालात ये रहे कि हिसार में केवल 12 फायर प्वाइंट दर्ज किए गए, लेकिन यहां पर दोपहर बाद घरों में पराली की राख उड़कर आ गई। लोग आसपास के क्षेत्र में आग लगने के मामले ढूंढने लगे, लेकिन बाद में अहसास हुआ कि फतेहाबाद, सिरसा और पंजाब में जली भारी मात्र में पराली के कारण ऐसा हो रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार पराली जलने के केस हरियाणा में अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग समय पर आते हैं। करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, कैथल आदि में अगेती फसल होने के कारण यहां पराली जलाने के अधिकांश केस अब तक आ चुके। अब यहां से कम मामले होंगे। जबकि पश्चिमी हरियाणा में पराली जलाने के मामले बढ़ जाएंगे। फतेहाबाद, सिरसा, जींद में रविवार को जली पराली के साथ ही इसकी शुरुआत हो चुकी है। हरियाणा सरकार अब अगले 20 दिनों तक मुख्य रूप से इन तीनों जिलों पर फोकस रखेगी।
यहां मिले सबसे अधिक फायर प्वाइंट:
फतेहाबाद >> 411; सिरसा >> 74; जींद >> 47; कैथल >> 40; करनाल >> 36; अंबाला >> 31; हिसार >> 12
अब तक हरियाणा में पराली जलने के केसों में पिछले साल की अपेक्षा 40 फीसद से अधिक कमी थी। लेकिन रविवार को हरियाणा में 442 फायर प्वाइंट नोट किए गए हैं। इनमें पराली के अलावा अन्य जगहों पर लगाई गई आग भी शामिल है। सबसे अधिक केस फतेहाबाद, सिरसा और जींद में हैं। वहां के जिला प्रशासन को इससे निपटने को बोला गया है। हमारा फोकस अब सबसे अधिक इन्हीं जिलों पर रहेगा। सोमवार को एसीएस इन जिलों के उपायुक्तों के साथ बैठक करेंगे। - एस नारायणन, मेंबर सेक्रेटरी, हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड।’