साभार: जागरण समाचार
लोकसभा चुनाव की घोषणा होते ही आतंकी बौखला गए हैं। दक्षिण कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने शनिवार को राज्य पुलिस में तैनात महिला एसपीओ (स्पेशल पुलिस आफिसर) की उसके घर में घुसकर हत्या कर दी।
फिलहाल, किसी आतंकी संगठन ने इस वारदात की जिम्मेदारी नहीं ली है। अनंतनाग संसदीय सीट के अंतर्गत पिछले चार दिनों में आतंकी तीन लोगों की हत्या कर चुके हैं। सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील इस सीट पर 23 अप्रैल से छह मई के बीच तीन चरणों में मतदान होना है।
दोपहर करीब ढाई बजे दो से तीन आतंकी शोपियां के वेईल गांव में आए। आतंकियों ने मंजूर अहमद नामक एक ग्रामीण के मकान की निशानदेही की। बताया जा रहा है कि दो आतंकी मकान के भीतर दाखिल हो गए। आतंकियों ने मंजूर अहमद की बेटी खुशबू जान को बुलाया। खुशबू दोपहर 12 बजे ही ड्यूटी से घर लौटी थीं। जैसे ही खुशबू सामने आई आंतकियों ने उसे प्वायंट ब्लैंक रेंज से दो गोलियां मार दीं। एक गोली उसके चेहरे पर लगी।
वारदात के बाद आतंकी वहां से भाग निकले। आतंकियों के जाने के बाद खून से लथपथ खुशबू को उसके परिजन जिला अस्पताल शोपियां ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस बीच, खुशबू जान के हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस ने वेईल और उसके साथ सटे इलाकों में तलाशी अभियान चलाया।
जिला पुलिस लाइन में देर शाम खुशबू जान को एक भावपूर्ण समारोह में अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद उसका शव पूरे सम्मान के साथ उसके परिजनों को सौंपा गया। बात दें कि 13 मार्च को भी आतंकियों ने पुलवामा में सेना से भगोड़े एक युवक और 15 मार्च को अनंतनाग में नेकां के जोनल प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
उमर, महबूबा, मीर और लोन ने हत्या को इस्लाम के विरुद्ध बताया: नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने खुशबू जान की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उसके परिजनों व उसके साथियों के साथ अपनी गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने कहा कि एक निहत्थी महिला की उसके घर में हत्या करने वाले कभी भी इंसान नहीं हो सकते।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मैं कड़े शब्दों में इस घिनौनी वारदात की निंदा करती हूं। मौत और तबाही का यह दुष्चक्र कहीं समाप्त होता नजर नहीं आ रहा है। यह समाप्त होना चाहिए। पीडि़त परिवार के साथ मेरी गहरी संवेदना है।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीए मीर और पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने कहा कि एक महिला एसपीओ की हत्या की जितनी निंदा की जाए कम है। यह लोग इंसान और इस्लाम के दुश्मन हैं।