साभार: जागरण समाचार
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को करीब 13 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाकर विदेश भागे उद्योगपति नीरव मोदी (48) को ब्रिटेन की स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने लंदन में गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को
उसे वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 29 मार्च तक हिरासत में भेज दिया गया।देश में आम चुनाव का बिगुल बज चुका है। लिहाजा नीरव मोदी के ब्रिटिश पुलिस के शिकंजे में आने से भारत के राजनीतिक परिदृश्य पर भी असर पड़ने के आसार हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नीरव मोदी के मामले में लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं।
ब्रिटिश सरकार ने विगत छह महीने में भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या और अब नीरव मोदी के खिलाफ जिस तरह कानूनी कार्रवाई की है वह भारत की तरफ से पड़ रहे दबाव का ही असर है। भारत की तरफ से इन दोनों को ही प्रत्यर्पित करने का आग्रह किया गया है। नीरव मोदी की गिरफ्तारी के बाद स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस की तरफ से जारी रिलीज में कहा गया है कि नीरव मोदी को भारत के आग्रह पर लंदन के होलबॉर्न इलाके से गिरफ्तार किया गया है। उसे उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह मेट्रो बैंक शाखा में नया खाता खोलने की कोशिश कर रहा था।
कोर्ट ने अपराध को माना गंभीर: बुधवार को जब नीरव मोदी को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया तो कोर्ट ने उसके अपराध को न सिर्फ बेहद गंभीर माना बल्कि यह भी स्वीकार किया कि एक बार जमानत मिलने के बाद वह सहयोग करेंगे या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है। यह अपने आप में बेहद अहम है क्योंकि विजय माल्या को जमानत मिल गई थी।
प्रत्यर्पण पर नहीं दी सहमति: अदालत में नीरव सफेद शर्ट और पैंट पहनकर पेश हुआ। इस दौरान वह सिर्फ दो बार बोला। एक बार उसने अपने नाम की पुष्टि की। दूसरी बार उसने भारत प्रत्यर्पित किए जाने पर सहमति देने से औपचारिक तौर पर इन्कार किया।
ईडी रख रहा नजर: नई दिल्ली स्थित ईडी सूत्रों ने बताया कि नीरव मोदी के खिलाफ मामले पर लगातार नजर रखी जा रही है। लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग की मदद से उस पर कानूनी शिकंजा कसा जा रहा है। ईडी के आग्रह पर ही वहां की कोर्ट ने मोदी को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। अब मोदी के खिलाफ अगली सुनवाई में पूरे साक्ष्यों के साथ पक्ष रखा जाएगा। उम्मीद है कि नीरव मोदी की प्रत्यर्पण प्रक्रिया विजय माल्या से तेज होगी।
माल्या से अलग है मामला: ईडी पहले ही ब्रिटिश अधिकारियों को बताता रहा है कि नीरव मोदी का मामला विजय माल्या से अलग है। नीरव मोदी भारत के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले का सूत्रधार है। उसकी मंशा शुरू से ही भारतीय प्रशासन और कानून को धताने बताने की थी। उसने सिर्फ भारतीय बैंकों को ही वित्तीय क्षति नहीं पहुंचाई बल्कि जान बूझकर अपने ग्राहकों के साथ भी आर्थिक धोखाधड़ी की।
चोकसी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया भी शुरू: ईडी के मुताबिक, नीरव मोदी के अपराध में मेहुल चोकसी भी साझेदार है जो फिलहाल एंटीगुआ में रह रहा है। सूत्रों ने बताया कि चोकसी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इस संबंध में ईडी और सीबीआइ ने संबंधित दस्तावेज एंटीगुआ भेज दिए हैं और वहां से जवाब का इंतजार कर रहे हैं।
अमी मोदी के खिलाफ एनबीडब्लू: मुंबई में ईडी की विशेष अदालत ने नीरव मोदी की पत्नी अमी मोदी के खिलाफ गैरजमानती वारंट (एनबीडब्लू) जारी किया है। ईडी ने हाल ही में पूरक आरोपपत्र दाखिल किया था जिसमें पीएनबी घोटाले में अमी की भूमिका का उल्लेख किया गया है। अमी मोदी फिलहाल कहां रह रही हैं, इसे लेकर भारतीय अधिकारी संशय में हैं। माना जा रहा है कि वह अमेरिका या ब्रिटेन में हो सकती है। इससे नीरव मोदी पर दबाव बनाने में सहूलियत होगी।
महंगी पेंटिंग्स और कारों को बेचने की अनुमति: मुंबई स्थित ईडी की विशेष अदालत ने नीरव मोदी की कंपनी कैमलॉट इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड की 173 महंगी पेंटिग्स और 11 महंगे वाहनों को बेचने की अनुमति भी दे दी है। उक्त पेंटिंग्स का मूल्य लगभग 57.72 करोड़ रुपये है। जबकि महंगे वाहनों में रॉल्स रायस, पोर्शे, मर्सिडीज और टोयोटा फॉच्र्यूनर ब्रांड की कारें शामिल हैं। इनकी नीलामी इस माह के आखिर में होगी। विशेष अदालत ने आयकर विभाग को नीरव मोदी की 68 अन्य पेंटिंग्स बेचने की इजाजत भी दे दी है। आयकर विभाग का नीरव मोदी पर 95.91 करोड़ रुपये बकाया है। इन पेंटिंग्स को इसी मामले की जांच के दौरान जब्त किया गया था।
जल्द से जल्द प्रत्यर्पण का प्रयास: ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा नीरव मोदी की गिरफ्तारी का भारत ने स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत नीरव मोदी के जल्द से जल्द प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन के साथ सक्रियता से संपर्क बनाए हुए है।