Monday, October 22, 2018

विराट और रोहित के डबल धमाल से जीता भारत पहले वनडे में 8 विकेट से हारा वेस्टइंडीज


Click here to enlarge imageसाभार: जागरण समाचार

गुवाहाटी के मैदान पर रविवार को दो ऐसी टीम आमने-सामने थीं, जिसमें से एक अगले वर्ष होने वाले विश्व कप में क्वालीफाई नहीं कर पाई तो एक ऐसी टीम जिसके लिए मध्य क्रम एक समस्या बना हुआ था। भारतीय टीम के लिए वह
मैच जीत जाना आसान हो जाता है जिसमें तीन शीर्ष बल्लेबाजों में से कोई एक बड़ी पारी खेल जाता है। रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में रोहित शर्मा (152*) और विराट कोहली (140) ने 323 रन के लक्ष्य को भी बौना साबित कर दिया। दोनों ने मिलकर भारतीय सरजमीं पर चौथी सबसे बड़ी वनडे साङोदारी करते हुए भारत को 41.1 ओवर में दो विकेट पर 326 रन बनाकर आठ विकेट से जीत दिला दी। इससे पहले वेस्टइंडीज ने शिमरोन हेटमायर (106) के शतक की मदद से वेस्टइंडीज ने निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेट पर 322 रन का स्कोर बनाया था। 
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य जरूर था। मुश्किलें तब और बढ़ गई जब भारत ने दूसरे ओवर की आखिरी गेंद पर ही सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (04) का विकेट गंवा दिया। यहां से रोहित और विराट ने ऐसी कमान संभाली कि कैरेबियाई गेंदबाजों की सभी रणनीति फेल हो गई। दोनों ने पहले तो दूसरे विकेट के लिए 100 रन की साङोदारी की। यहां से वेस्टइंडीज के लिए इन दोनों को रोक पाना मुश्किल साबित हो गया। गर्मी भरे माहौल में भी दोनों जहां चाह रहे थे वहां गेंद को बाउंड्री पार पहुंचा रहे थे। विंडीज के ना तो तेज गेंदबाज कुछ कर पा रहे थे और ना ही स्पिनर। इस बीच विराट तेजी से अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे। उन्होंने जल्द ही अपने वनडे करियर का 36वां शतक पूरा किया। विराट का शतक तक पहुंचे तो इसके बाद रोहित ने भी अपना गियर बदल दिया। रोहित ने भी तेजी से रन बनाते हुए अपना शतक पूरा कर लिया। विराट और रोहित ने भारत को 32.5 ओवर तक 256 रन के स्कोर तक पहुंचा दिया, लेकिन अगली ही गेंद पर विराट देवेंद्र बिशू की गेंद पर स्टंप हो गए। विराट ने 107 गेंद का सामना करते हुए 21 चौके और दो छक्के लगाए। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए अंबाती रायुडू (22*) ने रोहित के साथ मिलकर भारत को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया। रोहित ने अपनी नाबाद 152 रन की पारी में 15 चौके और आठ छक्के लगाए। 
इससे पहले गुवाहाटी में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया। भारत का यह फैसला सही साबित हुआ जब लंबे समय बाद वनडे टीम में वापसी कर रहे तेज गेंदबाज मुहम्मद शमी ने चंद्रपॉल हेमराज को नौ रन के निजी स्कोर पर पवेलियन भेज दिया। इसके बाद युवा तेज गेंदबाज खलील अहमद ने कीरोन पॉवेल को आउट कर विंडीज को दूसरा झटका दिया। पॉवेल ने 39 गेंद में छह चौके और दो छक्कों की मदद से रन बनाए। टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज मालरेन सैमुअल्स चहल की गुगली को नहीं समझ पाए और बिना खाता खोले एलबीडब्ल्यू आउट होकर चलते बने। शाई होप अच्छा खेल रहे थे, लेकिन शमी ने उन्हें 32 रन के स्कोर पर धौनी के हाथों कैच कराकर आउट करा दिया। 114 रन पर चार विकेट गंवा चुकी वेस्टइंडीज की हालत बुरी थी। ऐसे में युवा बल्लेबाज शिमरोन हेटमायर ने कमान संभालते हुए विंडीज को मुश्किल हालात से बाहर निकाला। हेटमायर का साथ दिया रोवमैन पॉवेल (22) और कप्तान जेसन होल्डर (38) ने। दोनों ने हेटमायर को खुलकर खेलने का मौका दिया। यही वजह रही कि 114 पर चार विकेट गंवाने वाली विंडीज के 248 रन पर छह विकेट थे। हेटमायर जब विंडीज के छठे विकेट के रूप में आउट हुए तब तक वह शतक लगा चुके थे। हेटमायर ने गेंद में छह चौकों की मदद से 106 रन बनाए। हेटमायर को रवींद्र जडेजा ने रिषभ पंत के हाथों कैच कराकर वापस भेजा। इसके बाद अंत में केमार रोच और देवेंद्र बिशू ने नौवें विकेट के लिए नाबाद 41 रन की साङोदारी की। बिशू ने नाबाद 22 जबकि रोच ने नाबाद 26 रन बनाए।