Sunday, September 3, 2017

Work Management: हां कहने से पहले वजह जान लीजिए

साभार: भास्कर समाचार 
इच्छा से कोई काम करना और किसी को खुश करने के लिए काम करना दो अलग बातें हैं। कोई मदद मांगे तो सिर्फ उसे खुश करने के लिए "हां' कहना ठीक नहीं है। हां कहने से पहले सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि मदद कर
पाएंगे या नहीं। ऐसे मौके पर आप कह सकते हैं कि मैं पहले चैक कर लेता हूं, क्या कर सकता हूं। सोच-विचार कर ही हां-ना में जवाब दीजिए। पहले स्वयं से यह भी पूछ लेना चाहिए कि मदद करना क्यों चाहता हूं। अमेरिकी मनोवैज्ञानिक हेलन ऑडेस्की कहती हैं कि किसी की मदद का अगर प्राइमरी मोटिवेशन खुश करना है, जबकि आपके पास पहले ही बहुत काम है तो "ना' कहना ही बेहतर है। क्योंकि हो सकता है कि काम की अधिकता के कारण हां कहकर भी आप मदद नहीं कर पाएं, या मदद करने के चक्कर में अपने काम का नुकसान हो जाए। कई बार किसी काम के लिए "हां' कहने के पीछे कारण डर भी होता है। एेसी स्थिति में यह सोचना बेहतर है कि ना कहने का सबसे बुरा परिणाम क्या हो सकता है। कुल मिलाकर किसी काम के लिए हां या ना कहने से पहले अपने दिल की बात सुन लेनी चाहिए।