साभार: भास्कर समाचार
साध्वी यौन शोषण मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में 20 साल की सजा काट रहे डेरा प्रमुख राम रहीम की सेहत नासाज होने लगी है। उसने जेल प्रशासन से शिकायत की है कि उसकी छाती और सिर में बहुत तेज दर्द हो
रहा है। उसने जेल प्रशासन से मांग की है कि उसे तत्काल किसी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया जाए। जेल सूत्रों के मुताबिक वहां डॉक्टरों ने उसका मेडिकल चेकअप किया और तत्काल उसे चंडीगढ़ पीजीआई शिफ्ट करने की बात कही। डॉक्टरों की इस सलाह पर जेल प्रशासन ने चंडीगढ़ पुलिस से बाबा को पीजीआई में लाने की अनुमति मांगी। लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने बाबा को वहां लाने से साफ इंकार कर दिया है। डीजीपी तेजिंदर लूथरा ने भास्कर को बताया कि रोहतक जेल प्रशासन ने बाबा को यहां पीजीआई भेजने की अनुमति मांगी थी। हमने लॉ एंड ऑर्डर को देखते हुए राम रहीम को चंडीगढ़ में घुसने की इजाजत नहीं दी। उन्होंने कहा कि रोहतक में अच्छे अस्पताल और पीजीआई भी है, उसका वहीं पर इलाज होना चाहिए। चंडीगढ़ पुलिस के इस दबाव के बाद राम रहीम को जेल में ही ट्रीटमेंट देने का फैसला किया। हालांकि रोहतक पीजीआई के डॉक्टरों के एक पैनल को तैयार रहने के लिए कहा गया। बता दें कि जब रामरहीम को 25 अगस्त को दोषी करार दिया गया था। उस दौरान उसने हनीप्रीत को साथ जेल में रहने की अनुमति मांगी थी। चूंकि उसको माइग्रेन है और हनीप्रीत ही एक्वाप्रेशर करना जानती है।