Saturday, September 9, 2017

डेरा सर्च ऑपरेशन: आज जमीन खोदकर कंकाल निकालने की तैयारी, डेरे के निजी अख़बार ने भी की 'एडवांस पुष्टि'

साभार: भास्कर समाचार
साध्वी यौन शोषण मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में 20 साल की सजा काट रहे राम रहीम के वंडर लैंड डेरे के बाग-बगीचों की आज खुदाई शुरू होगी। सर्च टीम के सूत्रों के मुताबिक आला अफसर ये मानकर चल रहे हैं कि
डेरे में शव दबाए गए हैं, इनके कंकाल बरमद का फॉरेंसिक जांच को भेजे जाएंगे, जिससे यह पता लगाया जा सके कि यह शव किसके हैं। पूर्व साधुओं ने डेरे में हत्या कर शव दबाने के आरोप लगाए थे। 
डेरा के पूर्व साधु रह चुके गुरदास सिंह तूर का आरोप है कि डेरा से लापता हो चुके फकीरचंद और दिनेश उर्फ राजू की हत्या करने के बाद उनकी देह को भी डेरा की जमीन में ही दफना दिया गया। यही कारण है कि डेरे ने आज तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं दी। वहीं, 9 साल तक राम रहीम के ड्राइवर रहे और सीबीआई के मुख्य गवाह रहे खट्टा सिंह ने दावा किया था कि सिरसा डेरे में राम रहीम के इशारे पर कई हत्याएं की गईं। इनमें गोरा सिंह नामक एक लड़का भी था, जिसे गोली मारने के बाद उसकी लाश डेरे के अंदर ही जला दी गई थी। डेरामुखी ने इसकी भनक तक किसी को नहीं लगने दी थी। खट्टा सिंह का दावा है कि कत्ल के बाद कई लोगों के शव डेरा परिसर में दबा दिए जाते थे तो कुछ लाशों को साथ लगती नहर में बहा दिया जाता था। हालांकि डेरे में शवों के दबे होने की बात खुद डेरे ने भी स्वीकार की है। लेकिन उसके साथ ही अपना तर्क भी दिया है। डेरा के ही मुखपत्र 'सच कहूं' के माध्यम से कहा है कि राम रहीम के डेरा की जमीन में तमाम उन डेरा प्रेमियों को अस्थियां दबी हुई हैं जिनका मरणोपरांत देहदान कराया जाता रहा है। देहदान कराना भी डेरा की ओर से चलाए गए 133 मानवता भलाई कार्यों की फेहरिस्त में शामिल है।