गुड़गांव के भोंडसी स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी क्लास के छात्र की टॉयलेट में चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई। दिल दहला देने वाली यह वारदात शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे की है। सात साल के प्रद्युम्न
को स्कूल के कुछ स्टूडेंट्स ने खून से लथपथ स्कूल के टॉयलेट से घिसटती हुई हालत में बाहर आते देखा। उन्होंने चिल्लाकर माली को इसके बारे में बताया। स्कूल प्रबंधन के अनुसार प्रद्युम्न उस समय जिंदा था। वे उसे अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस को मौके से खून लगा चाकू मिला। बच्चे के गले पर धारदार हथियार का घाव था। शुक्रवार सुबह सवा से कुछ पहले की इस घटना के बाद पुलिस ने स्कूल के 30 सीसीटीवी के फुटेज खंगाले। बस ड्राइवरों, कंडक्टरों और माली सहित दस लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। दिनभर जांच के बाद कुछ घंटों के भीतर ही पुलिस ने रात में अशोक कुमार नामक कंडक्टर को हत्या के अारोप में गिरफ्तार कर लिया। हंगामे के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया।
स्कूल में तोड़फोड़, पुलिस ने पेरेंट्स खदेड़े: स्कूल पर पुलिस को एक घंटे बाद सूचना देने का आरोप है। वहीं बच्चे को अस्पताल भी समय पर नहीं ले जाया गया। घटना के बाद पेरेंट्स स्कूल के बाहर इकट्ठे हो गए। पुसिल से झड़प भी हुई, इसके बाद कुछ लोगों ने स्कूल में तोड़फोड़ की। पुलिस ने जबरन उन्हें वहां से खदेड़ा।
कंडक्टर ने कबूला गंदी नीयत ने टायलेट में घुसा: डीसीपी सिमरजीत सिंह के अनुसार, कंडेक्टर अशोक 4 महीने पहले ही स्कूल में नौकरी पर लगा था। आरोपी वारदात की नीयत से ही बच्चों के टॉयलेट में घुसा था। आरोपी ने पूछताछ में इस बात को स्वीकार कर लिया है।
दिल्ली में भी हुआ था हादसा: पिछले साल फरवरी में रेयान इंटरनेशनल समूह के ही दिल्ली के स्कूल में वॉटर टैंक में 6 साल के बच्चे का शव संदिग्ध हालत में मिला था। दिव्यांश नामक यह बच्चा पहली क्लास का छात्र था। शव दोपहर में बरामद हुआ, जबकि पुलिस को जानकारी 2 घंटे बाद दी गई। जांच रिपोर्ट में स्कूल को लापरवाह और सबसे बड़ा जिम्मेदार बताया गया था। प्रिंसिपल से लेकर स्कूल मैनेजमेंट तक पर कार्रवाई की सिफारिश की गई थी।
डॉक्टर बोले- प्लानिंग से मारा: पोस्टमार्टम बोर्ड में शामिल डॉ. दीपक माथुर ने बताया कि बच्चे को प्लानिंग और बेरहमी से मारा गया है। गले पर दो बार कट लगाया। गले के बीच से कान तक 12 सेमी. का कट है। यह इतना गहरा है कि पीछे रीड़ की हड्डी तक गया हुआ है। सांस की नली के साथ खाने की नली कट गई है। गले को छोड़कर उसके शरीर पर कहीं कोई और निशान नहीं है।
पिता ने पूछा... पेरेंट्स किसके भरोसे बच्चों को स्कूल छोड़ेंगे: मूल रूप से बिहार के दरभंगा के रहने वाले प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर एक्सपोर्ट कंपनी में क्वालिटी मैनेजर हैंं। वरुण के अनुसार शुक्रवार सुबह 7.55 बजे उन्होंने प्रद्युम्न बेटी विधि को स्कूल छोड़ा। इसके बाद जैसे ही वे घर लौटे स्कूल से फोन आया कि बेटे को ब्लीडिंग हो रही है, बादशाहपुर स्थित एक निजी अस्पताल लेकर जा रहे हैं। फिर फोन अाया कि उसे लेकर आर्टिमस अस्पताल, गुड़गांव आए हैं। जब अस्पताल पहुंचे तो बेटे को मृत पाया। बिलखते हुए वरुण ने सवाल किया- अब किसके भरोसे पेरेंट्स बच्चे को स्कूल में छोड़ेंगे? कोई मुझे ये तो बताए।