Saturday, September 9, 2017

आतंकवाद विरोधी अभियान के लिए चीन ने की पाकिस्तान की तारीफ; हाफिज की पार्टी को पाक चुनाव आयोग ने नहीं दी मान्यता

साभार: भास्कर समाचार
अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों से आतंकवाद के लिए अलगाव का सामना कर रहे पाकिस्तान को आतंकवाद के मसले पर चीन का साथ मिला है। चीन ने आतंकवाद विरोधी अभियान के लिए पाकिस्तान की
पीठ थपथपाई है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, 'पाकिस्तान की जनता और सरकार ने आतंकवाद से लड़ने के लिए बड़ी कुर्बानी दी है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसे स्वीकार करना चाहिए। पाकिस्तान को इसका पूरा श्रेय जाता है।' वांग और पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ के बीच हुई बातचीत के बाद यह बयान सामने आया है। चीन और पाकिस्तान ने इस बैठक में ट्रम्प की नई अफगानिस्तान नीति पर भी प्रहार किया है। दोनों देशों ने तालिबान के साथ नए सिरे से बातचीत करने का आह्वान किया है, ताकि 16 साल से चला रहा संघर्ष का दौर खत्म हो जाए। हाल में ब्रिक्स सम्मेलन के घोषणापत्र में पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन की कड़ी निंदा की गई थी। इसके पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस्लामाबाद पर आतंकियों को शरण देने का आरोप लगाया था। 
शांति मंच का दुरुपयोग कर रहा है पाक - भारत: भारत ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया है कि वह अपने भूभाग विस्तार की महत्वाकांक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र शांति एवं बाल मंच का दुरुपयोग कर रहा है, और भारत के खिलाफ आतंकवाद का इस्तेमाल राजकीय नीति के औजार के रूप में कर रहा है। वरिष्ठ भारतीय राजनयिक श्रीनिवास प्रसाद ने कहा, 'यह विडंबना है कि हमारा पड़ोसी देश जो आतंकियों के सुरक्षित पनाहगाह के लिए मशहूर है, उसने लालच में एक बार फिर से इस मंच का इस्तेमाल किया है।' 
आतंकी हाफिज सईद की पार्टी 'मिल्ली मुस्लिम लीग' को पाकिस्तान के चुनाव आयोग से मान्यता नहीं मिली। आयोग से मान्यता नहीं मिलने से उसकी पार्टी चुनाव नहीं लड़ सकती है। चुनाव आयोग ने चुनावी पोस्टरों में हाफिज सईद की तस्वीर के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी है। बता दें कि हाफिज से राजनीति में खुद को मजबूत करने के लिए पिछले महीने ही नई पार्टी का गठन किया था। यह आतंकी पिछले छह महीने से पाकिस्तान में नजरबंद है। उसके संगठन जमात-उद-दावा की ओर से पाकिस्तान चुनाव आयोग में 'मिल्ली मुस्लिम लीग' के नाम से राजनीतिक पार्टी को मान्यता देने के लिए अर्जी दी गई थी, जिसे पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने मान्यता देने से इंकार कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान चुनाव आयोग की यह कार्रवाई अमेरिका की उस चेतावनी के बाद की गई जिसमें अमेरिका ने फटकार लगाते हुए कहा था कि अगर जमात-उद-दावा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो वह पाक पर बैन लगा देगा। 
आतंकवाद को वित्तीय मदद देने वाले 50 देशों में पाक टॉप पर: पाकिस्तान आतंकवाद के वित्त पोषण और धनशोधन के ज्यादा खतरे वाले शीर्ष 50 देशों में शामिल है। स्विट्जरलैंड की संस्था बेसल इंस्टीट्यूट ऑन गवर्नेंस ने एक रिपोर्ट में यह बात कही है। 146 देशों का आकलन करते हुए संस्था ने बेसल एंटी मनी लॉन्ड्रिंग (एएमएल) सूचकांक के अपने 2017 के संस्करण में कहा है कि पाकिस्तान सूची में 46वें स्थान पर है। एएमएल के अत्यंत जोखिम वाले देशों में ईरान, अफगानिस्तान, गिनी बिसाऊ, ताजीकिस्तान, लाओस, मोजाम्बिक, माली, उगांडा, कंबोडिया और तंजानिया हैं।