Saturday, September 2, 2017

पर्यावरण की चिंताओं से बढ़ी फाॅरेस्ट मैनेजमेंट प्रोफेशनल की मांग

साभार: भास्कर समाचार 
विश्वभर में जलवायु परिवर्तन को लेकर सजगता बढ़ रही है। इसमें पर्यावरण में फैलते प्रदूषण को कम करने और पौधे लगाने पर जोर दिया जा रहा है। भारत में भी इसके प्रति जागरूकता बढ़ने से इसके संरक्षण का काम करने वाले प्रोफेशनल की मांग बढ़ रही है। इसी में से एक है फॉरेस्ट मैनेजमेंट प्रोफेशनल। 
क्या है फॉरेस्ट मैनेजमेंटजंगलों को संरक्षित रखने और इन्हें बढ़ाने के लिए वनों का प्रबंधन फॉरेस्ट मैनेजमेंट कहलाता है। फॉरेस्ट मैनेजमेंट प्रोफेशनल का काम जंगल के संरक्षण से लेकर उपयोगी लकड़ी की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। इसके अलावा इसमें रहने वाले वन्य जीवों के संरक्षण की जिम्मेदारी होती है।
कैसे ले सकते हैं प्रवेशइसमें कॅरिअर बनाने के लिए साइंस स्ट्रीम से बारहवीं करने वाले छात्र फॉरेस्ट्री के बीएससी कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। बैचलर डिग्री पूरी करने के बाद फॉरेस्ट मैनेजमेंट, कमर्शियल फॉरेस्ट्री, फॉरेस्ट इकोनॉमिक्स, वुड साइंस एंड टेक्नोलॉजी या वाइल्ड लाइफ में एमएससी कर सकते हैं। छात्र फॉरेस्ट मैनेजमेंट के एमबीए या डिप्लोमा कोर्स में भी प्रवेश ले सकते हैं। इन कोर्स में प्रवेश के लिए संस्थान खुद का एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करते हैं। शोध क्षेत्र में काम करने के लिए छात्र पीएचडी का विकल्प चुन सकते हैं। 
जरूरी स्किल: 
  • साइंटिफिक टेम्परामेंट 
  • फाइनेंस की अच्छी जानकारी 
  • बेहतर कम्युनिकेशन स्किल 
  • जल्द निर्णय लेने की क्षमता 
कहां से करें कोर्स:
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट, भाेपाल http://iifm.ac.in/
  • अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी www.amu.ac.in/
  • फॉरेस्ट्री रिसर्च इंस्टीट्यूट, देहरादून http://fri.icfre.gov.in/
  • इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट, दिल्ली http://www.iari.res.in/


कहां कर सकते हैं जॉब: छात्र गवर्नमेंट ऑफिस, लैब या फील्ड की जॉब कर सकते हैं। इसमें छात्रों को असिस्टेंट कंजर्वेटर से लेकर इंस्पेक्टर जनरल ऑफ फाॅरेस्ट तक बनने के अवसर होते हैं। संबंधित विषयों से डिग्री करने वाले छात्र यूपीएससी द्वारा आयोजित इंडियन फॉरेस्ट सर्विस एग्ज़ामिनेशन में भाग ले सकते हैं। इस क्षेत्र में फ्रेशर को 20 से 30 हजार रु. प्रति माह तक पैकेज मिल सकता है। कंजर्वेटर और चीफ कंजर्वेटर का सैलरी पैकेज 40 हजार से 70 हजार रु. प्रति माह होता है। 
फैक्ट फाइल: एक रिपोर्ट के अनुसार देश का वन क्षेत्र 2013 से 2015 के दौरान 5 हजार 81 वर्ग किलोमीटर बढ़ा है। सरकार द्वारा जारी अांकड़ों के अनुसार इस दौरान देश के कार्बन भंडार में 10 करोड़ टन का इजाफा हुआ है। देश में वन क्षेत्र में करीब 2.61 फीसदी अति घनत्व वाले जंगलों से घिरा हुआ है।