डेराप्रमुख गुरमीत राम रहीम को 12 एकड़ जमीन और साथ में होटल कारोबार करने के लिए 3.10 करोड़ रुपए देने वाले एक डेरा प्रेमी ने सुसाइड कर लिया। तीन दिन पहले अचानक लापता हुए 48 वर्षीय सोमवीर का शव शुक्रवार को एक कुएं में पड़ा मिला। जमीन बिक जाने बाबा के जेल जाने से मृतक डिप्रेशन में बताया जा रहा था। सूचना पाकर मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को कुंए से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में रखवा दिया है। गांव बलकरा निवासी 48 वर्षीय डेरा सच्चा सौदा प्रेमी सोमबीर सिंह बुधवार रात अचानक अपने घर से लापता हो गया था। परिजनों ने उसकी रिश्तेदारी आस पड़ोस के लोगों से पूछताछ की। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। ऐसे में सोमबीर के परिजनों ने शुक्रवार सदर थाने गुमशुदगी की शिकायत दी थी। मगर शाम करीब साढ़े पांच बजे सोमबीर द्वारा दान में दिए खेतों में एक किसान फसल में पानी देेने गया था। जहां उसने कुंए के अंदर झांक कर देखा तो सोमबीर का शव पड़ा दिखाई दिया। किसान ने इसकी सूचना परिजनों सदर थाना पुलिस को दी। सोमबीर के छोटे बेटे धीरज ने बताया कि करीब 2012 में सोमबीर ने अपने गांव बलकरा में ही 12 एकड़ जमीन डेरा सच्चा सौदा के नाम दान कर दी थी। इसके करीब डेढ़ माह बाद ही डेरा सच्चा सौदा ने यह जमीन दादरी के गामड़ी में रहने वाले एक सख्स को बेच दी।
सोमबीर के रिश्तेदार सुंदर सिंह ने बताया कि सोमबीर काफी सालों से डेरे में ही रह रहा था। जहां बाबा को जैसे ही 25 अगस्त को आरोप सिद्व कर जेल भेजा गया वह डिप्रेशन में गया था। क्योंकि सोमबीर की जमीन भी बिक गई थी। ऐसे में परिजन उसे अपने गांव बलकरा ले अाए। यहां भी सोमबीर अपनी बिकी जमीन के बारे में अकेले ही बड़ बड़ाता रहता था।
बेटे धीरज ने बताया कि 12 एकड़ जमीन दान देने के बाद भी बाबा राम रहीम ने सोमबीर को नहीं छोड़ा। उसने सोमबीर को लोभ लालच देकर अपने होटल में हिस्सेदार बनने की पेशकश की। इसके बाद सोमबीर ने मई 2014 में 25 एकड़ जमीन और बेची जिसके बाद सोमबीर ने चेक द्वारा डेरा प्रमुख को 3.10 करोड़ की राशि दी थी। मगर बाबा होटल में हिस्सेदारी देने की बजाए टरकाने लगा।
हमने शुक्रवार को ही परिजनों की शिकायत पर सोमबीर के गुमशुदा होने का केस दर्ज किया था। शनिवार सुबह पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। परिजनों के बयान पर ही कार्रवाई की जाएगी। - सुरेंद्र दांगी, प्रवक्ता, जिला पुलिस