Saturday, July 8, 2017

ना ना करते हाथ मिला बैठे मोदी और जिनपिंग

चीन के इन्कार के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच मुलाकात हो ही गई। शुक्रवार को जर्मनी के हैम्बर्ग में में हिस्सा लेने पहुंचे मोदी और चिनफिंग के बीच अनौपचारिक तौर पर ही
सही, लेकिन अच्छे माहौल में बातचीत हुई। मुलाकात के वक्त चिनफिंग अपने तमाम आला अधिकारियों के साथ थे। मोदी भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव एस जयशंकर समेत अन्य अधिकारियों के साथ थे। विदेश मंत्रलय के अधिकारियों के मुताबिक, मुलाकात ज्यादा देर तो नहीं चली। लेकिन, कई अहम मुद्दों पर दोनों नेताओं ने चर्चा की। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। इसके पहले सुबह में ब्रिक्स देशों के शीर्ष नेताओं की बैठक में भी दोनों एक-दूसरे के साथ बैठे और एक-दूसरे की जमकर तारीफ भी की। यह बैठक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की तैयारियों को लेकर बुलाई गई थी। ब्रिक्स का पिछला शिखर सम्मेलन 2016 में गोवा में हुआ था। इस साल इसका मेजबान चीन है। शुक्रवार की बैठक में मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति शी की अध्यक्षता में ब्रिक्स की गतिशीलता और सकारात्मक बदलाव ने हमारे आपसी सहयोग को और गहरा दिया है। मोदी ने राष्ट्रपति शी को आने वाले ब्रिक्स सम्मेलन के लिए पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।  
चीन के राष्ट्रपति ने भी अपने शुरुआती भाषण में मोदी के नेतृत्व में ब्रिक्स को मजबूत बनाने के लिए भारत के प्रयासों की तारीफ की। चीन में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और गृह मंत्री राजनाथ सिंह को भी जल्द ही वहां जाना है।
हो ही गई मुलाकात: ब्रिक्स देशों के नेताओं की अनौपचारिक बैठक के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आमना-सामना हो गया। दोनों ने हाथ मिलाया और मुस्करा कर स्वागत किया।
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साभार: जागरण समाचार 
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