साभार: जागरण समाचार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कहना है कि भारत में हो रहे आम चुनावों में अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी भाजपा जीत हासिल करती है तो नई दिल्ली के साथ शांति वार्ता और कश्मीर मुद्दे के समाधान की
ज्यादा संभावना हो सकती है।
विदेशी पत्रकारों के एक छोटे समूह द्वारा लिए गए साक्षात्कार में इमरान खान ने ये विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अन्य पार्टियां दक्षिणपंथी संगठनों की प्रतिक्रिया के कारण कश्मीर मसले का समाधान करने से डरेंगी। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर दोनों देशों के बीच मुख्य मुद्दा है। ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक, इमरान ने कहा कि कश्मीर पर भारत के साथ शांति वृहद क्षेत्र के लिए अद्भुत होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मसले का समाधान करने का अनुरोध किया है। इमरान ने कहा, ‘दोनों देशों की सरकारों के लिए पहला काम यह है कि हम गरीबी कैसे कम करते हैं और गरीबी कम करने का रास्ता यही है कि हम अपने मतभेद खत्म करें। मतभेद भी सिर्फ एक है और वह है कश्मीर।’ जब उनसे पूछा गया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत को क्या संदेश देना चाहते हैं? इस पर उन्होंने कहा, ‘कश्मीर मुद्दे का समाधान करना ही होगा क्योंकि इसको ऐसे ही उफनता हुआ नहीं छोड़ सकते जैसा कि यह है।’ इमरान ने बताया कि पाकिस्तान जैश-ए-मोहम्मद समेत सभी आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। सरकार ने इन संगठनों के सभी मदरसों को अपने नियंत्रण में ले लिया है। आतंकी संगठनों को हथियार विहीन करने के दिशा में यह पहला गंभीर प्रयास है। उन्होंने इस बात से इन्कार किया कि यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय दबाव में की जा रही है।मालूम हो कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी आ गई है। इसके बाद भारत ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर एयर स्ट्राइक कर उसे नष्ट कर दिया था। अगले दिन पाकिस्तानी वायु सेना ने जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय वायु सेना ने उसे विफल कर दिया था।
पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से मोदी से किया गठजोड़ - कांग्रेस: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर विभिन्न विपक्षी दलों ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट देने का मतलब पाकिस्तान को वोट देना है। कांग्रेस ने कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के बयान से साफ है कि पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से मोदी के साथ गठबंधन कर लिया है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने हंिदूी में ट्वीट कर कहा, ‘मोदीजी, पहले नवाज शरीफ से प्यार और अब इमरान खान आपका चहेता यार! ढोल की पोल खुल गई है।’ माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, ‘पाकिस्तान ही मोदी के चुनाव प्रचार का एक मात्र मुद्दा रहा है, जिसमें उन्होंने उसे विपक्ष से जोड़ने की कोशिश की है। अब हमें पता चल गया है कि पाकिस्तान प्रधानमंत्री के रूप में किसे देखना चाहता है। सिर्फ ऐसे भारतीय प्रधानमंत्री को जिसने सैन्य ठिकाने पर आइएसआइ को आमंत्रित किया और जो बिना निमंत्रण के पाकिस्तान गया था। हम इस बात से बेहद चिंतित हैं कि विदेशी सरकारें हमारी लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर रही हैं। पिछले साल रिपोर्टे थीं कि आइएसआइ मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती है। अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी यह कहा है।’ भाकपा नेता डी. राजा ने कहा, ‘भारत सरकार पर टिप्पणी करना उनका काम नहीं है। भारत के लोग इसका फैसला करेंगे। इमरान को कैसे पता कि अन्य सरकारें शांति प्रक्रिया का समर्थन नहीं करेंगी?