साभार: जागरण समाचार
जींद के चौधरी रणबीर सिंह विवि में गुमनाम चिट्ठी के मामले में आंतरिक शिकायत समिति (इंटरनल कंपलेंट कमेटी) ने बुधवार को कई घंटे महिला शिक्षकों से पूछताछ की। कमेटी की इंचार्ज भक्त फूल सिंह महिला विवि
की प्रो. अमृता शर्मा ने बंद कमरे में शिक्षकों से एक-एक करके बात की। सुबह 10 से सायं पांच बजे तक पूछताछ चली। कमेटी ने जांच रिपोर्ट अभी विवि प्रबंधन को नहीं सौंपी है। कमेटी में इंचार्ज प्रो. अमृता शर्मा के साथ विवि के कुछ शिक्षक, नॉन टीचिंग स्टाफ से महिला कर्मचारी व महिला सोशल वर्कर हैं।
गौरतलब है कि विवि प्रबंधन के पास पिछले महीने गुमनाम चिट्ठी आई थी। भेजने वाले ने खुद को शिक्षिका बताते हुए अन्य शिक्षिकाओं के यौन शोषण के आरोप लगाए थे। जिस पर ये आरोप लगाए हैं, वह प्रदेश सरकार में अहम पद पर रहे व्यक्ति के करीबी हैं। जो अकसर विवि में आता था। विवि में हो रही भर्ती में भी इस व्यक्ति का दखल होने का दावा किया था।
विवि में होनी है नियमित भर्ती: सीआरएसयू में 50 से ज्यादा का टीचिंग स्टाफ है, जिसमें कुछ को छोड़ कर बाकी सभी कॉन्ट्रेक्ट पर भर्ती हैं। सीआरएसयू में कुछ विभागों में नियमित भर्तियों के लिए प्रक्रिया शुरू हुई थी। फिलहाल आचार संहिता की वजह से भर्ती प्रक्रिया रूकी है। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि इन भर्तियों में अड़ंगा अटकाने या किसी अपने को इन भर्तियों में फायदा पहुंचाने के लिए कोई गुमनाम चिट्ठी लिख कर आरोप लगा रहा है।
विवि की इंटरनल कंपलेंट कमेटी ने महिला शिक्षकों से बंद कमरे में बातचीत की है। इस बातचीत में क्या सामने आया, जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही बता सकते हैं। फिलहाल कमेटी ने जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी है। हो सकता है कि कमेटी दोबारा पूछताछ करे। - प्रो. आरबी सोलंकी, वीसी, सीआरएसयू।
डीएसपी भी कर रहीं जांच: मामले की जांच डीएसपी पुष्पा खत्री भी कर रही हैं। पिछले दिनों उन्होंने विवि में छात्रओं व महिला शिक्षकों से पूछताछ की थी। इस दौरान महिला छात्रवास में लगे सीसीटीवी से एक माह की फुटेज भी खंगाली गई। डीएसपी ने कहा कि चिट्ठी में लिखी बातें सही हैं या गलत, ये जांच पूरी होने के बाद ही तय होगा।