साभार: जागरण समाचार
हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठजोड़ की तमाम संभावनाएं खत्म हो गई हैं। अब जननायक जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच ही गठबंधन होगा। दोनों दलों के बीच जींद उपचुनाव के बाद से
गठबंधन की कोशिश चल रही हैं, मगर अब जाकर सीटों के बंटवारे पर सहमति बनी है।
जननायक जनता पार्टी के सात और आम आदमी पार्टी के तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के आसार हैं। दोनों दलों के बीच गठबंधन की आधिकारिक घोषणा 12 अप्रैल को होगी। अगले 24 घंटे में जननायक जनता पार्टी अपने हिस्से की सीटों पर उम्मीदवारों का भी ऐलान कर देगी। जजपा सांसद दुष्यंत चौटाला के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष स. निशान सिंह, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव डा. केसी बांगड़ और पूर्व स्पीकर सतबीर कादियान की तीन सदस्यीय कमेटी ने गठबंधन की तमाम बाधाएं खत्म करते हुए अपनी रिपोर्ट पार्टी को दी। दुष्यंत चौटाला ने चंडीगढ़ में पत्रकारों को बताया कि इस रिपोर्ट को पार्टी संरक्षक अजय सिंह चौटाला के पास भेज दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट नहीं किया कि जजपा का गठबंधन आप के साथ ही होने जा रहा है, लेकिन इसके संकेत जरूर दिए हैं। उन्होंने कहा कि जेजेपी और दूसरे दल के गठबंधन में कांग्रेस शामिल नहीं होगी। स्व. देवीलाल 1971 से कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ते आ रहे हैं। जजपा स्व. देवीलाल की विचारधारा का दल है। इसलिए हमारा कांग्रेस के साथ किसी भी गठबंधन में शामिल होने का सवाल ही पैदा नहीं होता। दुष्यंत चौटाला के अनुसार जजपा व अन्य दूसरे दल के साथ गठबंधन में कुछ दल और भी शामिल हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने इनके नाम नहीं बताए। उन्होंने कहा कि मैं हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहता हूं, लेकिन पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह मेरे लिए मान्य होगा।
दल बदल कानून के दायरे में नहीं आते चारों विधायक: जननायक जनता पार्टी के संरक्षक एवं हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला ने साफ किया है कि चार इनेलो विधायक अभी तक उनकी पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं। इन चारों विधायकों ने बिना शर्त जजपा को अपना समर्थन दे रखा है। इसलिए उनके खिलाफ दल बदल कानून के तहत कोई कार्रवाई नहीं बनती। चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि चारों विधायक नैना चौटाला, अनूप धानक, पिरथी नंबरदार और राजदीप फौगाट स्पीकर को चार सप्ताह में अपना जवाब भेज देंगे, लेकिन इनेलो विधायक दल के नेता अभय चौटाला को यदि दल बदल की इतनी ही चिंता है तो भाजपा का मंच साझा करने वाले नगेंद्र भड़ाना के खिलाफ उन्होंने आज तक क्यों एक्शन नहीं लिया।
लोसुपा-बसपा में पहले ही हो चुका समझौता: राजकुमार सैनी को लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी में पहले से ही गठबंधन है। समझौते के तहत 8 सीटों पर बसपा और 2 पर लोसुपा चुनाव लड़ रही है। गठबंधन अपने 6 उम्मीदवार घोषित भी कर चुका है। राजकुमार सैनी कह चुके हैं कि अगर भूपेंद्र हुड्डा लोकसभा चुनाव लड़ेंगे तो वे उनके खिलाफ मैदान में उतरेंगे। अन्यथा सैनी भी लोस चुनाव नहीं लड़ेंगे।
- गठबंधन पर बातचीत के लिए हमने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। कमेटी की रिपोर्ट आ चुकी है। अगले दो-तीन दिनों में जेजेपी किसके साथ गठबंधन करेगी इसकी घोषणा कर दी जाएगी। कांग्रेस के साथ किसी सूरत में समझौता नहीं होगा। कुछ अन्य दल भी गठबंधन में साथ आ सकते हैं। सीटों की शेयरिंग की बात चल रही है। शेयरिंग होते ही प्रत्याशियों की घोषणा भी कर देंगे। - दुष्यंत चौटाला, सांसद, हिसार