साभार: जागरण समाचार
आम चुनाव को लेकर देश की गरमाई सियासत के बीच जहां मशहूर संगीतज्ञ पंडित जसराज, उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान व शंकर महादेवन समेत कला, साहित्य से जुड़े करीब 900 प्रतिष्ठित लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी के समर्थन में अपील की। वहीं जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े 200 से ज्यादा शिक्षकों ने प्रधानमंत्री मोदी का खुलकर समर्थन किया है। खुले पत्र के जरिए उन्होंने मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने की अपील की है। खास बात यह है कि यह सभी शिक्षक एससी, एसटी और ओबीसी समाज के हैं।
सेंटर फॉर सोशल डेवलपमेंट (सीएसडी) से जुड़े इन शिक्षाविदें ने अपने बयान में कहा कि मोदी सरकार ने बाबा साहेब अंबेडकर से जुड़ी यादों को संजोने से लेकर दलितों के उत्थान के लिए जो काम किया है, वह उल्लेखनीय है। ऐसे में देश और समाज की भलाई के लिए मोदी सरकार को फिर से चुनकर आना जरूरी है।
प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के समर्थन वाले और उन्हें दोबारा प्रधानमंत्री बनाने की मांग वाले इस अभियान से जुड़े दिल्ली विश्वविद्यालय के अंबेडकर कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर बिजेन्दर कुमार ने बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में देश के विकास को जो गति मिली है। वह चाहते हैं कि वह जारी रहे। इसी तरह त्रिपुरा विश्वविद्यालय में हंिदूी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मिलन रानी ने भी खुद को मुहिम से जुड़ने की पुष्टि की और कहा कि मोदी सरकार ने पूवरेत्तर के विकास के लिए जिस तरीके से काम किया, उससे उनके जीवन में काफी बदलाव आया है। सड़क सहित विकास से जुड़ी दूसरी जरूरतों से अब तक हम पूवरेत्तर के लोग जो अछूते थे, अब वह हम तक पहुंची है। हम पहली बार सड़क मार्ग से जुड़े हैं। जनजाति समाज से जुड़ी डॉ. रानी के मुताबिक वह पीएम मोदी की वंचित और पिछड़े क्षेत्रों तक विकास पहुंचाने की पहल से काफी खुश है।