साभार: जागरण समाचार
आज यानी शुक्रवार को नए वोटरों के लिए मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने का अंतिम दिन है। राज्य निर्वाचन विभाग की वेबसाइट के ठीक से काम नहीं करने से जहां बड़ी संख्या में युवाओं के वोट नहीं बन पा रहे, वहीं टोल-
फ्री नंबर 1950 पर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता। हवा में तीर चला रहे निर्वाचन विभाग की ऑनलाइन वोट बनवाने की सुविधा ध्वस्त होने से विभागीय दावों पर सवाल उठने लगे हैं।
संसदीय चुनावों में हरियाणा में मतदान का प्रतिशत कभी 73.26 से ऊपर नहीं पहुंच पाया। इसकी बड़ी वजह प्रदेश के लाखों युवाओं का काम-धंधे की तलाश में दूसरे राज्यों में जाना है। पढ़ाई और नौकरी के सिलसिले में हरियाणा से बाहर रहने वाले इन युवाओं का मतदान कराने के लिए निर्वाचन विभाग ने भी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं अपनाई।
इसी तरह दूसरे राज्यों के लाखों लोग हरियाणा में रहते हैं जो सिर्फ वोट डालने के लिए अपने प्रदेश जाने से परहेज करते हैं। हर चुनाव में यह मुद्दा उठने के बावजूद आयोग कोई विकल्प नहीं तलाश पाया। समय बदलने के साथ यह मांग जोर पकड़ने लगी है कि प्रदेश से बाहर रह रहे वोटरों को मतदान कराने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। मौजूदा व्यवस्था में उन्हें मतदान के लिए अपने ही मूल गांव या शहर में पोलिंग स्टेशन पर जाना पड़ता है। ऐसे में दूसरे राज्यों में बसे मतदाताओं के लिए लंबा अवकाश लेकर मतदान के लिए पहुंचना संभव नहीं।
फौजियों की तर्ज पर मिले हाईटेक तरीके से मतदान की सुविधा: निर्वाचन आयोग ने फौजियों के लिए मतदान प्रक्रिया को आसान किया है। इस व्यवस्था के अनुसार फौजियों व उनके परिवारों के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स पोस्टल बैलेट पेपर तैयार किया है। फौजी जहां पदस्थ है, वहां के रिकार्ड ऑफिस पर ऑनलाइन प्रत्याशियों की सूची पहुंचाई जाएगी।
फौजी और उनके परिजन अपना मत देकर उसे लिफाफे में बंद कर विभाग को सौपेंगे। विभाग इन मतपत्रों को संबंधित जिले में भेजेगा। इसी तर्ज पर दूसरे राज्यों में रह रहे लोगों को वोट डालने की सुविधा मिले तो मतदान का ग्राफ काफी ऊपर पहुंच सकता है।
मतदान के दिन रहेगा सार्वजनिक अवकाश: राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बताया कि राजीव रंजन ने निर्वाचन विभाग के प्रयासों से 31 जनवरी के बाद प्रदेश में सवा पांच लाख से अधिक मतदाताओं ने अपना पंजीकरण कराया है। टोल-फ्री नंबर, ऑनलाइन पंजीकरण और नए लांच किए गए एप से यह संभव हुआ। प्रदेश सरकार ने सभी पंजीकृत मतदाताओं को मताधिकार का प्रयोग करने के लिए 12 मई को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। सभी दुकानों और वाणिच्यिक प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों को मतदान के दिन सवैतनिक अवकाश मिलेगा। - राजीव रंजन, मुख्य निर्वाचन अधिकारी।