साभार: जागरण समाचार
जैश ए मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ब्लैकलिस्ट करने के लिए अमेरिका सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल करेगा। अमेरिका के इस बयान के बाद सोमवार को चीन की प्रतिक्रिया समाने आई है। चीन ने एक
बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर का पक्ष लेते हुए उसे वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने के मुद्दे पर अमेरिका को जमकर कोसा है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि अमेरिका अब तक अपने सभी प्रयासों में विफल रहा है। बता दें कि जैश पाकिस्तान स्थित एक आतंकवादी संगठन है। यह पुलवामा आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार है।
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका केवल इस मुद्दे को जटिल बना रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का यह कदम दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल नहीं है। प्रवक्ता ने कहा कि वह इस मामले में विचार-विमर्श और रचनात्मक और जिम्मेदार रवौया अपनाना जारी रखेगा। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान बताया कि चीन इस मुद्दे को सही तरीके से हल करने के लिए रचनात्मक और उचित कदम उठा रहा है।
भारत के रुख के विपरीत गेंग ने यह दावा किया कि इस विवादित मुद्दे को सुलझाने के लिए सकारात्मक प्रगति हुई है। प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में अमेरिका के सभी प्रयास विफल रहा है। चीनी प्रवक्ता ने कहा कि यूएननएससी के अधिकांश सदस्यों का मानना है कि इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के बजाए भारत और पाकिस्तान को बातचीत के जरिए समाधान खोजना चाहिए।
चीनी प्रवक्ता ने अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन की आलोचना करते हुए कहा कि इनकी कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र के नियमों के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिका इस समस्या के समाधान के बजाए केवल इस मुद्दे को जटिल बना रहे हैं। उसका यह कदम दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति के लिए ठीक नहीं है। बात दें कि भारत ने 27 फरवरी को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश के पुलवामा आतंकी हमले में शामिल होने के विशिष्ट विवरण के साथ डोजियर पाकिस्तान को सौंपा था। 14 फरवरी को इस आतंकी घटना में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई थी।