साभार: जागरण समाचार
मानव संसाधन विकास मंत्रलय द्वारा जारी की जाने वाली एनआइआरएफ(नेशनल इंस्टीट्यूशंस रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग 8 अप्रैल को जारी की जाएगी। शिक्षण संस्थानों की यह रैंकिंग पहली बार राष्ट्रपति जारी करेंगे।
खास बात यह है कि मानव संसाधन विकास मंत्रलय द्वारा पहली बार इनोवेशन अचीवमेंट के आधार पर भी रैंकिंग जारी की जाएगी। राष्ट्रपति रामनाथ को¨वद एनआइआरएफ के साथ ही अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशन ऑन इनोवेशन अचीवमेंट (अरैया) की रैंकिंग भी जारी करेंगे। इस बार जिले के तीनों विश्वविद्यालयों ने एनआइआरएफ रैंकिंग के लिए अप्लाई किया था।
एमएचआरडी द्वारा अब तक तीन बार एनआइआरएफ की रैंकिंग जारी की जा चुकी है। इस बार चौथी रैंकिंग जारी हो रही है। गुजवि ने पहली बार इंजीनियरिंग के लिए भी आवेदन किया है। वहीं चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय और लाला लाजपतराय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय ने भी रैंकिंग के लिए आवेदन किया हुआ है।
गुजवि टॉप 100 से बाहर और एचएयू हो गई थी अंदर : मानव संसाधन विकास मंत्रलय की ओर से 2016 में पहली बार एनआइआरएफ की रैंकिंग जारी की गई थी। तब बहुत कम विश्वविद्यालयों ने इसमें हिस्सा लिया और गुजवि को 24वां स्थान मिला था। 2017 में आवेदन करने वाले विश्वविद्यालयों की संख्या बढ़कर 233 हो गई और गुजवि टॉप 100 से बाहर होकर 121वें स्थान पर पहुंच गई। 2018 में गुजवि की रैंकिंग में कुछ सुधार हुआ और इसे 112वां रैंक मिला। तब गुजवि के फार्मेसी विभाग को भी देश में 44वां स्थान मिला था। वहीं, पिछले वर्ष ओवरऑल में एचएयू को 76वीं और विश्वविद्यालयों में 50वीं रैंक मिली थी।