Friday, April 12, 2019

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 60 फीसदी हुआ मतदान, आंध्र प्रदेश में तीन की मौत

साभार: जागरण समाचार 
विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के चुनावी महायज्ञ की पहली आहूति 11 अप्रैल को हुई। पहले चरण में 18 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 91 सीटों पर मतदान हुआ। आंध्र प्रदेश में ¨हसा के कारण तीन लोगों की मौत हो गई,
जबकि उत्तर प्रदेश में मामूली विवाद हुए। शेष स्थानों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ।
इस चरण में देश के कुल 90 करोड़ वोटरों में से 14 करोड़ मतदान के पात्र थे। इनमें से शाम पांच बजे तक औसत 58 से 60 फीसद ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 सीटों पर 18 अप्रैल को वोट पड़ेंगे।  
सुबह से शाम तक लगी कतारें: चुनाव अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश स्थानों पर मतदान का प्रतिशत ऊंचा रहेगा क्योंकि वहां सुबह से शाम तक लंबी कतारें लगी रहीं। दोपहर तक ही अधिकांश क्षेत्रों में 40 से 50 फीसद तक मतदान हो चुका था। 19 मई तक मतदान के सात चरणों में लोकसभा की 543 सीटों के लिए चुनाव होंगे। 23 मई को नतीजों के साथ नई सरकार का उदय होगा।
2014 में पड़े थे 66.3 फीसद वोट: 2014 के चुनाव में 55 करोड़ लोगों ने वोट डाले थे। यह 66.3 फीसद था। भाजपा ने 30 फीसद से कुछ ज्यादा वोट हासिल कर सत्ता प्राप्त की थी। वह एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सत्ता की जंग लड़ रही है। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य विपक्षी दलों ने भी बाजी पलटने के लिए कमर कस रखी है।
भाजपा की 32 सीटें बचाने और नई छीनने की कोशिश: पहले चरण में भाजपा की चुनौती अपनी 32 सीटें बचाए रखते हुए विपक्ष की नई सीटें हथियाना रही। इस चरण में पार्टी के दिग्गज नेता नितिन गडकरी और पांच अन्य केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो गया।
कांग्रेस को सात सीटें बचाने और आंध्र-छग में बढ़ाने की आस: मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की चुनौती इस चरण में अपनी सात सीटें बचाए रखने की थी। इसके साथ ही वह आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ (छग), उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में नई सीटें जीतने की आस लगाए है।
आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों और 25 लोकसभा सीटों पर गुरुवार को वोट डाले गए। इस दौरान चुनावी ¨हसा में तीन लोगों की मौत हो गई।
इनमें दो सदस्य वाईएसआर कांग्रेस और एक सदस्य सत्तारूढ़ तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी) का है। तेलंगाना के अलग होने के बाद राज्य में पहली बार हो रहे आम चुनावों में 73 फीसद लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें गुंटूर, अनंतपुरमु, पश्चिमी गोदावरी, प्रकाशम, कुरनूल और कडप्पा जिलों में हुईं। उन्होंने इन झड़पों में मरने वाले लोगों की संख्या नहीं बताई, लेकिन इतना जरूर कहा कि इसकी वजह से किसी भी जगह मतदान प्रभावित नहीं हुआ।
लोकतंत्र का उत्सव: पश्चिम बंगाल के अलीपुरदौर जिले में गुरुवार को लोकसभा चुनाव में वोट डालने के लिए लोगों में भारी उत्साह नजर आया। प्रात:काल से ही मतदान केंद्रों में लंबी-लंबी कतारें लग गई थीं। ’ रायटर
चंद्रबाबू ने की 150 बूथों पर पुनर्मतदान की मांग
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के काम नहीं करने की वजह से प्रदेश में करीब 150 बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की। इससे पहले दिन में चंद्रबाबू ने कई बूथों पर ईवीएम के काम नहीं करने पर नाखुशी जाहिर की थी। इनमें वह बूथ भी शामिल था जहां राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी गोपाल कृष्ण द्विवेद्वी वोट डालने गए थे। चंद्रबाबू ने बताया कि जिन बूथों पर ईवीएम काम नहीं कर रही थीं, वहां सुबह 9.30 बजे तक भी मतदान शुरू नहीं हो पाया था। लिहाजा इस दौरान मतदान करने पहुंचे कई लोग घरों को लौट गए और फिर मतदान करने नहीं आए।
कहां कितना मतदान
3 राज्यों के विस चुनाव भी निपटे
गुरुवार को आंध्र प्रदेश विधानसभा की 175, सिक्किम की 32, अरुणाचल प्रदेश की 57 और ओडिशा की 28 विधानसभा सीटों के लिए भी मतदान हुआ। आंध्र प्रदेश, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश की सारी विधानसभा सीटों पर मतदान होने से यहां विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए।
107 वर्षीय महिला ने डाला वोट
सिक्किम की पोकलोक कामरांग सीट के लिए 107 साल की सुमित्र राय ने वोट डाला। उन्हें व्हील चेयर पर लाया गया।