Wednesday, October 3, 2018

INSO और NSUI के बाद अब ABVP भी प्रत्यक्ष चुनाव के पक्ष में

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साभार: जागरण समाचार 
हरियाणा में 22 साल बाद होने वाले छात्र संघ के चुनावों से पहले ही विवाद खड़ा हो गया है। इनेलो के छात्र संगठन इनसो और कांग्रेस के एनएसयूआइ समेत अन्य संगठनों के बाद भाजपा के छात्र संगठन अखिल
भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी अप्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव का विरोध कर दिया है। शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने 1 अक्टूबर को कालेजों व विश्वविद्यालयों में छात्र संघ के चुनाव कराने की बात कही है। इसके लिए सभी जिला उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों के साथ-साथ विश्वविद्यालयों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। भाजपा ने 2014 के विधानसभा चुनाव में छात्र संघ के चुनाव बहाल करने का वादा किया था। सरकार ने चार साल बाद यह वादा पूरा करने जा रही है। सरकार चुनावों में संभावित ¨हसा को रोकने की मंशा से अप्रत्यक्ष चुनाव कराना चाहती है। वर्ष 1996 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसीलाल ने छात्र संघ के चुनाव पर रोक लगाई थी। बाद में राज्य में इनेलो व कांग्रेस की सरकारें रहीं, मगर किसी ने छात्र संघ चुनाव कराने का साहस नहीं जुटाया।
इनसो व एनएसयूआइ समेत 6 संगठन प्रत्यक्ष चुनाव के हक में: इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला का कहना है कि अप्रत्यक्ष चुनावों के जरिये भाजपा कालेज व विश्वविद्यालयों पर कब्जा करना चाहती है। अधिकतर छात्र संगठन इस मुद्दे पर एक हैं। 4 अक्टूबर को सभी छात्र संगठनों की संयुक्त समिति की चंडीगढ़ में बैठक होगी, जिसमें निर्णायक फैसला लिया जाएगा। एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा के अनुसार अप्रत्यक्ष चुनाव का खुला विरोध होगा। 
प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष चुनावों में अंतर: छात्र संघ के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष चुनावों में काफी अंतर है। प्रत्यक्ष चुनाव के तहत सीआर (कक्षा प्रतिनिधि), कालेज या विश्वविद्यालय अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव समेत तमाम पदाधिकारी सीधे वोटिंग के जरिये चुने जाते हैं। अप्रत्यक्ष चुनाव में सिर्फ सीआर चुन लिए जाते हैं। फिर सीआर अपने में से किसी को अध्यक्ष या उपाध्यक्ष समेत अन्य पदों पर नामित कर सकते हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद करेगी तीन बड़ी रैलियां: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांतीय संगठन मंत्री श्याम सिंह राजावत के अनुसार परिषद ने 28 सितंबर को कुरुक्षेत्र में रैली कर प्रत्यक्ष चुनाव की मांग रखी थी। इसके बावजूद शिक्षा मंत्री ने अप्रत्यक्ष चुनाव का संकेत दिया है। इसके विरोध में परिषद की ओर से 4 अक्टूबर को हिसार, 5 को रेवाड़ी और 6 अक्टूबर को रोहतक में तीन बड़ी रैलियां की जाएंगी।
  • हरियाणा में 22 साल बाद बीजेपी ने छात्र संघ के चुनाव कराने की पहल की है। इस साल अप्रत्यक्ष चुनाव ही होंगे। लिंगदोह कमेटी की सिफारिश पर चुनाव हो रहा है। टंकेश्वर कुमार की कमेटी ने भी अप्रत्यक्ष चुनाव की सिफारिश की है। अगले साल से प्रत्यक्ष चुनाव कराए जाएंगे। 1मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा