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साभार: जागरण समाचार
हरियाणा सिविल सर्विसेज (ज्यूडिशियल) की प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार सेकेंड टॉपर तेजिंदर बिश्नोई ने दो और कैंडिडेट्स की मुलाकात करवाई थी। वहीं आरोपित तेजिंदर और जीजा-साले को
रिमांड के बाद बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। एसआइटी तीनों का फिर से रिमांड मांगेगी। आयुषी के पिता सुभाष गोदारा और मामा सुशील भादू चार दिन और तेजिंदर बिश्नोई दो दिन के रिमांड पर थे। तीनों आरोपितों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम था।रिमांड के दौरान तेजिंदर ने खुलासा किया कि उसने आगे भी दो कैंडिडेट्स की पेपर खरीदने के लिए मुलाकात करवाई थी। इससे पहले आरोपित ने बताया था कि उसने 7 लाख रुपये एडवांस दिए थे और काम पूरा होने पर 1 करोड़ रुपये देने का एग्रीमेंट किया था।
19 सितंबर 2017 को दर्ज हुआ था केस: पिंजौर निवासी सुमन ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि हरियाणा ने एचसीएस ज्यूडिशियल के 109 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। इसके बाद पेपर की तैयारी के लिए एक कोचिंग सेंटर पर जाना शुरू कर दिया। इस बीच उसकी दोस्ती सुशीला से हो गई, जिसने उसे एक ऑडियो रिकॉर्डिग भेजी जिसमें वह एक अन्य लड़की से डेढ़ करोड़ में नियुक्ति की बात कर रही थी। पूछने पर पेपर लीक होने के मामले का खुलासा हुआ था। इसके बाद हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 19 सितंबर को विभिन्न धाराओं के तहत सेक्टर-3 थाने में एफआइआर दर्ज की गई थी। हाई कोर्ट के आदेश पर ही एसआइटी का गठन किया गया था।