साभार: भास्कर समाचार
तीन तलाक पर 22 अगस्त को आए फैसले पर चर्चा के लिए यहां रविवार को हुई बैठक में आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि वह शरीयत में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेगा। बोर्ड ने माना कि तीन तलाक (तलाक -
ए- बिद्दत) गुनाह और शर्मनाक है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हम खुश नहीं हैं। यह एक प्रकार से हमारी धार्मिक भावनाओं पर चोट है। भोपाल में आठ घंटे तक चली इस बैठक में कोई ठोस फैसला नहीं हुआ। बोर्ड ने 10 सदस्यीय कमेटी गठित करने का फैसला किया है।