Sunday, September 10, 2017

आरोपी स्कूल बस कंडक्टर ने कबूला; बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी घबराहट में छात्र का चाकू से गला काटकर हो गया था फरार

गुडगाँव के रेयान स्कूल के छात्र प्रद्युम्न की छात्रा के आरोपी अशोक को पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पुलिस ने 3 दिन की रिमांड पर ले लिया है। आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
आरोपी बस कंडक्टर अशोक ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। प्रद्युम्न के साथ गलत काम करना चाहता था। बच्चे ने शोर मचाया तो चाकू से उसके गले पर वार कर फरार हो गया। दूसरी ओर पुलिस ने हत्या, आर्म्स एक्ट के साथ अब पाक्सो एक्ट की धारा भी जोड़ ली है। सीपी संदीप खिरवार ने शनिवार को बताया कि आरोपी को स्कूल में ले जाकर दोबारा से क्राइम सीन री-क्रिएट किया जाएगा। जिससे मामले की कड़ियों को जोड़ा जा सके। हालांकि पुलिस के पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बस में चाकू रखकर चलता था। उस दिन जेब में चाकू लेकर स्कूल के अंदर धोने गया। टायलेट में गलत काम कर रहा था, तभी प्रद्युम्न गया, उसका यौन शोषण करने का प्रयास किया। शोर मचाने पर छात्र की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दिया। आरोपी ने कबूला कि उसकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। पहले भी बच्चों का टॉयलेट इस्तेमाल करता था।
एक ही स्कूल में होने के बावजूद दोपहर तक वारदात से अंजान थी बहन: शुक्रवार सुबह भाई प्रद्युम्न को हमेशा की तरह उसकी क्लास रुम के पास कोरिडोर पर छोड़ विधि अपनी क्लास की तरफ चली गई। उसे शायद यह नहीं मालूम था कि यह उसकी भाई के साथ आखिरी मुलाकात होगी। दोपहर तक पेपर दिया। स्कूल में पुलिस को देख हैरान थी, लेकिन भाई के साथ हुई वारदात से अंजान थी। विधि को भी स्कूल प्रशासन पर उतना ही गुस्सा जितने उसके मां-बाप को है। भाई के लिए वह भी इंसाफ की मांग कर रही है। शनिवार को विधि ने भास्कर से बातचीत की। उसने बताया कि स्कूल में पुलिस को देखा तो सहेलियों से बातचीत की, लेकिन फिर इग्नोर कर दिया। इसी दौरान म्यूजिक टीचर सभी को पानी पीने और वाशरुम जाने के लिए बाहर जाने दे रही है, लेकिन उसे बाहर नहीं जाने दिया गया। हालांकि इस बात को भी अनदेखा कर दिया। दोपहर को छुट्टी के समय भी मां की जगह जब उनकी सहेली लेनी आई तो पता चला भाई को चोट आई है और सब अस्पताल में हैं। घर पहुंची तब पता चला कि भाई की हत्या हो गई है। भाई पुच्चु (प्रद्युम्न) एयर फोर्स में जाने को बोलता था। विधि ने जब शनिवार को भाई की डैड बॉडी देखी तो रो-रो कर कहने लगी- मेरा भाई मुझे वापस दे दो। 
दोस्तों की मदद से आरोपी आया काबू: प्रद्युम्न के दोस्तों की मदद से पुलिस 12 घंटे में आरोपी तक पहुंच गई। पुलिस के अनुसार 3 दोस्तों ने बताया कि बस कंडक्टर को बाथरूम और बाहर लगे वाटर कूलर पर हाथ धोते देखा था। पुलिस ने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले, इसमें साक्ष्य मिले। इसी आधार पर पुलिस ने स्कूल के 9 बस चालकों और कंडक्टर को बुलाया गया। बच्चों ने उस आरोपी कंडक्टर अशोक की पहचान कर ली। पुलिस ने पहले पूछताछ के लिए अशोक को हिरासत में लिया। एसीपी ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद अशोक बाहर वाटरकूलर से हाथ धो रहा था। इसी बीच माली ने प्रद्युम्न को टायलेट के बाहर खून से लथपथ देखा तो भाग कर अशोक भी मौके पर गया। माली के साथ आरोपी अशोक वाहन में छोड़कर आया ताकि उस पर शक हो। आरोपी आठ माह पहले ही काम पर लगा था और उसका पुलिस वेरिफिकेशन नहीं हुआ था।