Friday, September 1, 2017

आतंकियों पर कार्रवाई करने पर ही पाक को मिलेगी मदद - डोनाल्ड ट्रम्प

साभार: भास्कर समाचार 
आतंकवादपर पाकिस्तान को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कड़ी चेतावनी के बाद अमेरिका ने उसे 1630 करोड़ रुपए 25.5 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता पर भी शर्त लगा दी है। वह यह मदद तभी इस्तेमाल कर सकेगा जब
वह अपनी जमीन पर आतंकी संगठनों के खिलाफ असरदार कार्रवाई करेगा। पिछले हफ्ते ट्रम्प ने अफगानिस्तान को लेकर नई रणनीति की घोषणा के वक्त आतंकवाद को पनाह देने का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान पर हमला बोला था। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि आतंकियों को पालने-पोसने के बदले उसे बहुत कुछ खोना होगा। 'न्यू यॉर्क टाइम्स' के मुताबिक ट्रम्प प्रशासन ने बुधवार को कांग्रेस को जानकारी दी कि पाकिस्तान को सैन्य सहायता के रूप में 25.5 करोड़ डॉलर वह एक एस्क्रो खाते में रख रहा है जिसका इस्लामाबाद तभी इस्तेमाल कर पाएगा जब वह अपने यहां मौजूद आतंकी नेटवर्कों पर कार्रवाई करेगा। उसे उन आतंकी समूहों पर भी कार्रवाई करनी होगी जो पड़ोसी अफगानिस्तान में हमले कर रहे हैं। एस्क्रो खाते से पैसा तभी इस्तेमाल किया जा सकेगा जब तय शर्तों को पूरा किया जाएगा। सैन्य सहायता पर शर्त लगाने की बात ऐसे समय में सामने आई है, जब दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। 
पाकिस्तान ने वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के साथ तीन उच्च स्तर की बैठकें रद्द कर दीं हैं। इसमें पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ का अमेरिकी दौरा भी शामिल है। आसिफ इस दौरे पर अमेरिकी विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन से मुलाकात करने वाले थे। पाकिस्तान की असेंबली ने प्रस्ताव पारित कर आरोप लगाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पाकिस्तान पर दिए गए हाल के बयान धमकी भरे हैं। 
अमेरिका की शर्त 
पाकिस्तान ने भारत के उप- उच्चायुक्त को किया तलब 
इस्लामाबाद| नियंत्रणरेखा पर भारतीय सैनिकों द्वारा संघर्ष विराम के कथित उल्लंघन के लिए पाकिस्तान ने गुरुवार को भारत के उपउच्चायुक्त जेपी सिंह को तलब किया। विदेश मंत्रालय के महानिदेशक मोहम्मद फैजल ने ने कहा कि भारतीय बलों द्वारा 29 अगस्त को की गई कथित गोलीबारी में कोटेरा सेक्टर में एक व्यक्ति मारा गया।