साभार: भास्कर समाचार
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की सख्ती के बावजूद डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन से अब तक महज 27 हथियार ही थाने में जमा कराए जा सके हैं, जबकि 67 लाइसेंसी हथियार डेरे के नाम हैं। डेरे में अब भी 1200 लोग डटे हैं।
हथियारों को थाने में जमा कराने और बैंक डिटेल मुहैया कराने के लिए डेरा प्रबंधन और जिला प्रशासन की शुक्रवार को मीटिंग हुई थी, जिसमें डेरे से न तो वाजिब जवाब मिला और न ही अब तक सकारात्मक पहल की गई। डेरा प्रबंधन ने शनिवार शाम तक की मोहलत मांगी थी। वह वक्त भी पूरा हो गया। इसके बाद सदर थाने की पुलिस टीम ने डेरा मुख्यालय जाकर स्थिति का जायजा लिया। कभी भी डेरे में सर्च ऑपरेशन चलाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक इसके लिए तैयारी भी पूरी की जा चुकी है। डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन की ओर से सिरसा सदर थाना में दी गई सूची के मुताबिक 67 लाइसेंसधारी हथियारों में से 27 सदर थाने में जमा कराए गए हैं। इनमें 14 रिवाॅल्वर, 9 गन और 4 राइफलें हैं।
सदर थाना प्रभारी दिनेश कुमार के मुताबिक डेरा के 10 लाइसेंसधारी हथियारों के लाइसेंस रद्द भी हो चुके हैं। कुछ डेराप्रेमियों में से कुछ पास भी लाइसेंसशुदा हथियार हो सकते हैं। उनकी डिटेल आनी बाकी है। थाना प्रभारी ने कहा कि आदेश मिलते ही हथियारों की तलाश के लिए डेरे में सर्च अभियान चलाएंगे।
हाईकोर्ट ने दिया था निर्देश: 25 अगस्त को पंचकूला में डेरा मुखी गुरमीत सिंह राम रहीम के काफिले में हथियारों के साथ आए सुरक्षाकर्मियों पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सवाल उठाया था। सरकार से कोर्ट ने 29 अगस्त काे पूछा था कि किसके आदेश पर प्राइवेट गार्ड पंचकूला में घुसे। साथ ही निर्देश दिया गया था कि सरकार सुनिश्चित करे कि किसी भी नामचर्चा घर में कोई भी हथियार रहे।