अब तक गर्मी में सरकारी स्कूलों में देखते आए है कि कई अध्यापक विद्यार्थियों को तपती धूप में बिठा देते हैं। तेज धूप के कारण विद्यार्थियों की हालत खराब हो जाती है। किसी को चक्कर आते हैं तो किसी को उल्टी,
लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि शिक्षा विभाग ने स्कूलों में पत्र जारी कर आदेश दिए है कि कोई भी अध्यापक बच्चों को धूप में बिठाए। अगर किसी स्कूल में निरीक्षण के दौरान विद्यार्थी धूप में बैठे हुए मिलते हैं तो अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। नये आदेशों को शिक्षा विभाग ने सभी स्कूल मुखियाओं को जारी कर दिया है।
स्कूल में होगी ओआरएस पैकेट की व्यवस्था: शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों को लू और गर्मी से कोई दिक्कत हो। इसके लिए कुछ सुझाव भी जारी किए पत्र में दिए गए है। इस सुझाव में स्कूलों में ओआरएस के पैकेट की स्कूल में व्यवस्था करवाने के लिए कहा गया है जिससे विद्यार्थी गर्मी से होने वाले लक्ष्ण से वक्त रहते बच सके। क्योंकि कई बार देखा गया है कि लू लगने के कारण बच्चे में पानी की कमी हो जाती है और कई प्रकार की बीमारियां भी हो सकती है इसलिए अगर किसी स्कूल के विद्यार्थी के साथ होता है तो उसे तुरंत प्रभाव से ओआरएस का पैकेट पानी में घोलकर देना चाहिए जिससे विद्यार्थी के शरीर में कमजोरी आये।
हर साल सरकारी स्कूलों में गर्मी से बचने को उचित व्यवस्था होने के कारण विद्यार्थी गर्मी का शिकार हो जाते हैं। एेसे में उन्हें अस्पताल में ले जाना पड़ता है। वही स्कूलों में पीने के पानी की टंकियां पत्थर की बनी हुई इससे तेज धूप पड़ने से टंकी को पानी गर्म हो जाता है। जब विद्यार्थी को प्यास लगती है तो पानी गर्म होने के कारण वह पी ही नहीं पाते हैं।
- छात्रों को खुले में धूप में न बिठाए।
- किसी प्रकार का आयोजन खुली धूप न में किया जाए।
- पानी की व्यवस्था करवाई जाए।
- स्कूल में ओआरएस पैकेट की व्यवस्था करवाई जाए।
- विद्यार्थियों को गर्मी से बचने के उपायों और अन्य जानकारी के लिए आयुष विभाग के डॉक्टरों से संपर्क किया जाए।
- अगर कोई विद्यार्थी लू गर्मी का शिकार होता है तो स्थानीय अस्पताल से संपर्क की व्यवस्था करें।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.