Tuesday, April 25, 2017

7 रुपये प्रतिदिन में किशोरियों को सबला बनाएगी सरकार, अब खाते में आएंगे पैसे

किशोरियों को हृष्ट-पुष्ट बनाने के लिए केंद्र सरकार की सबला योजना के तहत अब खाद्य सामग्री देने के बजाय सात रुपये प्रतिदिन दिए जाएंगे। इसके लिए सभी जिलों के महिला एवं बाल विकास विभाग से योजना के
तहत पौष्टिक आहार पा रही लड़कियों की संख्या की जानकारी मांगी गई है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी पूनम रमन ने बताया कि सरकार अब योजना के लिए पात्र लड़कियों के खाते में सीधा लाभ पहुंचाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए प्रतिदिन की डायट भी तय कर ली गई है। यानि अब से लड़कियों को उनके खाते में 7 रुपये बतौर डायट दिए जाएंगे। योजना राज्य में छह जिलों हिसार, यमुनानगर, अम्बाला, रेवाड़ी, कैथल रोहतक में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई थी। अब सात रुपये में लड़कियां कैसे पौष्टिक आहार की पूर्ति करेंगी। इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। 
20 ग्राम प्रोटीन 600 किलो कैलौरी युक्त देते हैं आहार: सबला यानी राजीव गांधी किशोरी सशक्तीकरण स्कीम के तहत पढ़ाई छोड़ चुकी 11 से 14 साल तक की सभी लड़कियों तथा 14 से 18 साल तक की स्कूल जाने वाली सभी लड़कियों को साल में 300 दिन 18 से 20 ग्राम प्रोटीन एवं 600 किलो कैलोरी युक्त पोषाहार दिया जाता है। अभी तक योजना में स्कूल जाने वाली लड़कियों को तो स्कूल में ही कच्चा राशन उपलब्ध कराया जाता है तो स्कूल जाने वाली किशोरियों को आंगनबाड़ी केंद्र से रेसिपी के अनुसार तैयार डायट दी जाती है। रेसिपी में कभी दलिया, खिचड़ी तो कभी पूरी सब्जी दी जाती है। सरकार योजना में 300 दिन का पौष्टिक आहार देती है। ऐसे में डायट के नाम पर 7 रुपये प्रतिदिन 300 दिन भेजे जाएं तो सरकार लड़कियों के खातों में 2100 रुपये ट्रांसफर करेगी। 
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साभार: भास्कर समाचार 
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