हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अब खेल-खेल में बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा। शनिवार को ज्वॉयफुल-डे के बीच क्विज के जरिये बच्चों की तर्क शक्ति एवं विश्लेषणात्मक पावर को बढ़ाने की
कोशिश होगी। इसके लिए सभी स्कूलों में क्विज क्लब बनाए जाएंगे। हर विद्यार्थी के लिए इनका सदस्य बनना अनिवार्य होगा। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने बताया कि क्विज में अध्यापक द्वारा पढ़ाए गए पाठ पर आधारित प्रश्न होंगे। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। कक्षा स्तरीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चे विभाग की विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल हो सकेंगे। पाठ्यक्रम का कक्षावार और विषयवार प्रश्न बैंक बनाकर विभाग की वेबसाइट पर डाला जा रहा है। राज्यस्तर पर क्विज मास्टर्स का एक पूल प्रशिक्षित किया गया है जो हर विद्यालय के एक अध्यापक को क्विज मास्टर का प्रशिक्षण देंगे। यह क्विज मास्टर खंड व जिला स्तर की प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं के संचालन में अहम भूमिका निभाएंगे।
विद्यालय स्तर पर विद्यालय का मुखिया, संकुल(कलस्टर) स्तर पर संकुल संसाधन संयोजक, खंड स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी, जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी, मंडल स्तर पर निदेशालय का अधिकारी और राज्य स्तर पर विभाग के निदेशक क्विज आयोजन के लिए उत्तरदायी होंगे। इस प्रतियोगिता में तीसरी से पांचवी, छठी से आठवीं, नौवीं से दसवीं और ग्यारहवीं से बारहवीं के विद्यार्थी अलग-अलग ग्रुप में भाग लेंगे। हर टीम में चार सदस्य होंगे जिनमें एक छात्र और एक अध्यापक का होना अनिवार्य है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि इन क्विज क्लबों का उद्देश्य विद्यार्थियों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना का समावेश करते हुए उनके बौद्धिक, मानसिक और रचनात्मक क्षमता को विस्तार देना है। साथ ही उन्हें प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जा सकेगा। प्रत्येक विद्यालय से कम से कम एक अध्यापक इस क्लब का प्रभारी होगा।
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साभार: जागरण समाचार
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