Friday, April 21, 2017

निजी स्कूल केवल पढ़ाएं, किताब, कॉपी, ड्रेस और बैग बेचने का धंधा करें - सीबीएसई

सीबीएसई ने निजी स्कूलों को चेतावनी दी है कि वह केवल पढ़ाने का काम करें। किताब, कॉपी, ड्रेस और बैग बेचने का व्यवसाय शुरू कर दें। सीबीएसई के मुताबिक बोर्ड ने छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा देने के लिए स्कूलों
को मान्यता दी है। ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि स्कूल नया सत्र शुरू होने पर किताब, कॉपी, ड्रेस और बैग बेचने का व्यवसाय स्कूल में चलाने लगते हैं। इस तरह की व्यवसायिक गतिविधि पर बोर्ड के एफिलिएशन नियम के तहत प्रतिबंध है। अगर कोई ऐसा करता पाया गया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) एफिलिएशन ब्रांच के डिप्टी सेक्रेटरी के श्रीनिवासन की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक स्कूल में कमर्शियल एक्टीविटी नहीं चलाई जा सकती है। उन्होंने कहा है कि बोर्ड पहले से ही स्कूलों को यह निर्देश देता रहा है कि एनसीईआरटी सीबीएसई पब्लिकेशन से प्रकाशित होने वाली किताबें पढ़ाएंगे। िफर भी स्कूलों में निजी प्रकाशकों की किताबें लगाई जा रही हैं। अभिभावकों की ओर से शिकायतें रही हैं कि एनसीईआरटी की किताबों के अलावा निजी प्रकाशकों के सैट स्कूल द्वारा दबाव डालकर खरीदवाए जा रहे हैं। 
नियमों के खिलाफ काम करने पर और कॉमर्शियल एक्टिविटी करने पर सीबीएसई ने 13 स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। यूपी के 6, दिल्ली के 2 और राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, मुंबई और कर्नाटक का एक-एक स्कूल शामिल हैं। वहीं, सीबीएसई की ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे बच्चों को एनसीआरटी या सीबीएसई की ही पुस्तकें पढ़ाएं। कई बार इसको लेकर निर्देश दिए जा चुके हैं, लेकिन फिर भी देखने में रहा है कि निजी स्कूल अपनी मनमर्जी से प्राइवेट प्रकाशकों की पुस्तकें पढ़ाते हैं। 
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साभार: भास्कर समाचार 
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