Thursday, April 11, 2019

चुना आयोग ने PM मोदी की बायोपिक पर रोक लगाई; ‘द ताशकंद फाइल्स’ की रिलीज पर कानूनी रुकावट

साभार: जागरण समाचार 
चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर बनी फिल्म ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ को चुनाव के दौरान रिलीज करने पर रोक लगा दी है। आयोग ने मामले की सुनवाई करते हुए अपने आदेश में साफ कहा है कि ‘इस फिल्म
में आदर्श आचार संहिता के अनुरूप समान अवसरों को प्रभावित करने की क्षमता है लिहाजा इन्हें इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या सिनेमा हॉल में नहीं दिखाया जा सकता।’ 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री की बायोपिक को देश भर में रिलीज किया जाना था।
चुनाव आयोग ने कहा है कि उसके पास ‘एनटीआर लक्ष्मी’, ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ और ‘उदयामा सिंहम’ सहित कुछ फिल्मों को लेकर शिकायतें आई थीं। एक उम्मीदवार या एक राजनीतिक पार्टी की चुनावी संभावना को रचनात्मक स्वतंत्रता के नाम पर कम या बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया गया है। इसी पर आयोग ने अपनी कारवाई की है। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने आदेश का हवाला देते हुए साफ किया कि मौजूदा वक्त में ‘किसी भी प्रकार की प्रमाणित सामग्री से संबंधित कोई भी पोस्टर या प्रचार सामग्री, जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से किसी उम्मीदवार की चुनावी संभावना को बढ़ाती है, वह आदर्श आचार स¨हता के लागू रहने वाले क्षेत्र में प्रदर्शित नहीं की जाएगी।’ बता दें कि कांग्रेस ने अपनी शिकायत में कहा था कि मोदी पर आधारित फिल्म को चुनाव के दौरान प्रदर्शित करने का मकसद भाजपा को चुनावी फायदा पहुंचाना है इसलिए चुनाव के दौरान इसके प्रदर्शन की अनुमति देने से चुनाव आचार स¨हता का स्पष्ट उल्लंघन होगा।
सीबीएफसी से यू सर्टिफिकेट मिला: इससे पहले फिल्म को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) की ओर से ‘यू’ सर्टिफिकेट दिया जा चुका था और इसी के साथ ऐसा लग रहा था कि इस फिल्म की रिलीज का रास्ता साफ हो गया है। वहीं पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने इस फिल्म की रिलीज रोकने के लिए दाखिल की गई याचिका को खारिज कर दिया था और फैसला चुनाव आयोग पर छोड़ा था।
‘द ताशकंद फाइल्स’ की रिलीज पर कानूनी रुकावट: फिल्म ‘द ताशकंद फाइल्स’ की रिलीज को लेकर लाल बहादुर शास्त्री के पोते और वरिष्ठ कांग्रेस नेता विभाकर शास्त्री और दिवाकर शास्त्री ने आपत्ति जताई है। दोनों लाल बहादुर शास्त्री के दिवंगत बड़े बेटे हरिकृष्ण शास्त्री के बेटे हैं। यह फिल्म देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमयी मौत की पड़ताल करती है। फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री के मुताबिक फिल्म की रिलीज रोकने के लिए उन्हें कानूनी नोटिस भेजा गया है। उसमें कहा गया है कि ट्रेलर देखने के बाद शास्त्री जी की मौत पर अनावश्यक विवाद खड़ा करने की कोशिश की गई है।
मुंबई में बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में विवेक ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, ‘लाल बहादुर शास्त्री के बेटे सुनील शास्त्री और उनके पोते संजय नाथ सिंह समेत अपने परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में ट्रेलर को कुछ हफ्ते पहले दिल्ली में लांच किया था। सात अप्रैल को हमने दिल्ली के चाणक्यपुरी में फिल्म का प्रिव्यू रखा था। उसमें दो सौ लोग आमंत्रित थे।