साभार: जागरण समाचार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और अलगाववादी समूहों को धन मुहैया कराने के मामले में आरोपित जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक को बुधवार को
विशेष अदालत में पेश किया गया। एनआइए की दलील सुनने के बाद अदालत ने मलिक को 22 अप्रैल तक एनआइए की रिमांड पर भेज दिया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने जम्मू एवं कश्मीर में आतंकियों और अलगाववादी समूहों को धन मुहैया कराने के मामले में जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली की अदालत ने बुधवार को जेकेएलएफ प्रमुख को 22 अप्रैल तक एनआइए की हिरासत में सौंप दिया। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू में एनआइए की विशेष अदालत ने जांच एजेंसी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की अनुमति दे दी थी। इसके बाद मलिक को मंगलवार शाम राष्ट्रीय राजधानी लाया गया था।
बुधवार को विशेष न्यायाधीश राकेश स्याल की कोर्ट में पेश किया गया जहां एनआइए ने अदालत कक्ष के भीतर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के लिए जांच एजेंसी ने 15 दिनों तक हिरासत में रखने की मांग की। पूरी सुनवाई इन कैमरा हुई। जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) प्रमुख को मंगलवार को पुलिस सुरक्षा में तिहाड़ जेल भेजा गया था। एनआइए की पूछताछ में मलिक को अपने संगठन के कोष से संबंधित सवालों का सामना करना होगा।