साभार: जागरण समाचार
तमाम तरह की अटकलों के बीच हरियाणा में आम आदमी पार्टी, जननायक जनता पार्टी और कांग्रेस मिलकर सत्तारूढ़ भाजपा के विरुद्ध महागठबंधन खड़ा करने की तैयारी में हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के केरल से
लौटते ही इस महागठबंधन के प्रारूप को अंतिम रूप दिया जा सकता है। इसका सबसे अधिक फायदा कांग्रेस को होगा। वह अभी तक जिन चार लोकसभा सीटों हिसार, कुरुक्षेत्र, सोनीपत और करनाल में अपने प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई, उनमें से तीन सीटें जननायक जनता पार्टी और एक सीट आम आदमी पार्टी को दी जा सकती है।
महागठबंधन के कच्चे मसौदे के अनुरूप कांग्रेस उन्हीं छह सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिन पर वह अपने प्रत्याशी पूर्व में घोषित कर चुकी है। जननायक जनता पार्टी को हिसार, कुरुक्षेत्र और सोनीपत लोकसभा सीटें देने का प्रस्ताव है, जबकि आम आदमी पार्टी ने करनाल लोकसभा सीट मांगी है। हिसार में कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई खुद चुनाव लड़ने की बजाय अपने बेटे भव्य बिश्नोई के लिए टिकट मांग रहे हैं, जबकि कुरुक्षेत्र में पूर्व सांसद नवीन जिंदल अभी तक चुनाव लड़ने का मन नहीं बना पाए हैं। करनाल में पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा अपने बेटे चाणक्य शर्मा के लिए टिकट के प्रयास में हैं, जबकि सोनीपत में कांग्रेस हाईकमान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा पर खुद चुनाव लड़ने का दबाव बना रहा है।
कांग्रेस यदि महागठबंधन में शामिल होती है तो इन चारों लोकसभा सीटों पर फंसा कांटा आसानी से निकल सकता है। हाईकमान को मजबूरी में चारों सीटों पर प्रत्याशी घोषित नहीं करने पड़ेंगे। पार्टी की राज्य इकाई इस महागठबंधन के हक में है। शुरू में हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा नहीं चाहते थे कि यह महागठबंधन हो, लेकिन रोहतक में भाजपा द्वारा पूर्व सांसद डा. अरविंद शर्मा को दीपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने उतार दिए जाने के बाद अब हुड्डा का रुख पहले से काफी नरम हो गया है। आप-जेजेपी और कांग्रेस के बीच महागठबंधन की संभावनाओं पर बातचीत को लेकर हाल ही में राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता और हुड्डा के बीच वार्ता भी हुई है। खुद हुड्डा ने इस बातचीत को स्वीकार किया है।
हुड्डा और अरविंद केजरीवाल के बीच भी बातचीत होने की खबरें आ रही हैं। आप की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष नवीन जयहिंद इस महागठबंधन के सूत्रधार हैं। ब्राह्मण व पंजाबी बहुल करनाल लोकसभा सीट पर नवीन जयहिंद खुद ताल ठोंकने की तैयारी में हैं। अरविंद केजरीवाल ने उन्हें संकेत दे दिया है। आरंभ में जननायक जनता पार्टी किसी सूरत में नहीं चाहती थी कि आप व जेजेपी के राजनीतिक रिश्तों में कांग्रेस को शामिल किया जाए, लेकिन जब हरियाणा-चंडीगढ़ व दिल्ली की 18 लोकसभा सीटों पर भाजपा के विरुद्ध महागठबंधन का प्रारूप पेश किया गया तो इसके प्रति उसकी सहमति बनती दिखाई दे रही है।
जननायक जनता पार्टी हिसार में दुष्यंत चौटाला को तथा सोनीपत में दिग्विजय चौटाला को चुनाव मैदान में उतार सकती है। कुरुक्षेत्र में नवीन जिंदल के चुनाव नहीं लड़ने की अटकलों के बीच जेजेपी के संभावित उम्मीदवार जयभगवान डीडी यहां मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं।
पार्टी के पास कुरुक्षेत्र के लिए अन्य कद्दावर चेहरों की भी कमी नहीं है। जेजेपी और आम आदमी पार्टी का टारगेट लोकसभा से कहीं अधिक विधानसभा चुनाव है। लिहाजा सभी दस-दस सीटों पर एक साथ पैर पसारने की बजाय वे महागठबंधन के जरिये भाजपा को चुनौती दिए जाने के हक में हैं।
- हरियाणा में कांग्रेस खुद चुनाव लड़ने के लिए सक्षम है। यहां गठबंधन की जरूरत नहीं है, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर यदि कोई महागठबंधन जैसा कुछ होता है तो जाहिर है कि ऐसे किसी भी समझौते का असर हरियाणा पर भी पड़ेगा। - भूपेंद्र हुड्डा, पूर्व सीएम, हरियाणा
- हमने पहले भी कहा था कि राजनीति में कुछ भी संभव है, लेकिन हम ऐसे किसी भी गठबंधन में शामिल होने से इंकार कर चुके हैं, जिसमें कांग्रेस है। हमने आप व जेजेपी के गठबंधन में कुछ छोटे दलों के शामिल होने की बात कही थी। - दुष्यंत चौटाला, सांसद, जेजेपी
- महागठबंधन में शामिल होने वाले संभावित सभी दलों के निशाने पर भाजपा है। महागठबंधन की संभावना भर से भाजपा चिंतित है। यदि सभी अलग-अलग चुनाव लड़ते हैं तो भाजपा को जीतने से कोई नहीं रोक सकता, लेकिन मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो सभी सीटें आसानी से जीती जा सकेंगी। - नवीन जयहिंद, अध्यक्ष, आप हरियाणा
- हरियाणा में आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस का कोई गठबंधन नहीं होगा। दिल्ली समेत अन्य राज्यों में अगर कोई बातचीत चल रही होगी तो इस बारे में वहां के प्रभारी जानते होंगे। - गुलाम नबी आजाद, प्रभारी, हरियाणा कांग्रेस