Sunday, April 14, 2019

IL & FS मामले में दूसरी बड़ी गिरफ्तारी

साभार: जागरण समाचार 
गंभीर अपराध जांच कार्यालय (एसएफआइओ) ने शनिवार को आइएलएंडएफएस ग्रुप की शाखा आइएलएंडएफएस फाइनेंशियल सर्विसेज के पूर्व एमडी व सीईओ रमेश सी. बावा को गिरफ्तार कर लिया है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (आइएलएंडएफएस) मामले में एसएफआइओ की यह दूसरी बड़ी गिरफ्तारी है।

सूत्रों के मुताबिक उन पर कंपनी में अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप है। इसके तहत उन्होंने ऐसी कंपनियों को कर्ज दिया, जो कर्ज देने लायक नहीं थीं या जिन्हें एनपीए घोषित किया जा चुका था। उनकी इन गतिविधियों से कंपनी और उसके कर्जदाताओं को नुकसान पहुंचा। सूत्रों का कहना है कि आइएलएंडएफएस फाइनेंशियल सर्विसेज पर कर्ज के कई उपकरणों और बैंकों का करीब 17,500 करोड़ रुपये का कर्ज है। इन कर्ज उपकरणों के माध्यम से प्रोविडेंट फंड्स, पेंशन फंड्स, ग्रैच्युटी फंड्स समेत सरकारी व निजी बैंकों ने कंपनी में निवेश किया हुआ है।
पहली गिरफ्तारी वाइस चेयरमैन की: एसएफआइओ ने पहली अप्रैल को आइएलएंडएफएस के पूर्व वाइस चेयरमैन हरि शंकरन को गिरफ्तार किया था। उन पर भी धोखाधड़ी और कंपनी व उसके कर्जदाताओं को गलत इरादे के साथ नुकसान पहुंचाने का आरोप था। आइएलएंडएफएस और उसकी सहायक कंपनियों के मामले में चल रही जांच के तहत किसी भी जांच एजेंसी द्वारा की गई यह पहली गिरफ्तारी थी।
क्या है मामला: बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं को कर्ज मुहैया कराने वाले आइएलएंडएफएस ग्रुप पर फिलहाल करीब 91,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। इसमें बैंकों, वित्तीय संस्थाओं, म्यूचुअल फंड्स और प्रोविडेंट फंड संस्थाओं ने बड़ी मात्र में निवेश किया हुआ है। ग्रुप की कथित वित्तीय हेराफेरी का मामला पिछले साल तब प्रकाश में आया, जब उसकी कई कंपनियों ने कर्ज भुगतान पर डिफॉल्ट करने शुरू किए।