Monday, April 8, 2019

भाजपा का घोषणा पत्र : राम मंदिर पर दोहराया रुख, सबरीमाला की आस्‍था बरकरार रखने का भी 'संकल्‍प'

साभार: जागरण समाचार 
सबका साथ और सबका विकास के मूलमंत्र पर आगे बढ़ते हुए भाजपा ने देश से गरीबी को पूरी तरह से मिटाने का बड़ा एलान किया है। पार्टी ने 2019 के आम चुनावों को लेकर जारी अपने संकल्प पत्र में अगले पांच सालों
में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले परिवारों के प्रतिशत को कम करके एक अंक में लाने का वादा किया है।
मौजूदा समय में यह बीस प्रतिशत के आसपास है। भाजपा ने इसके अलावा गरीबों के जीवन स्तर को उठाने के लिए कच्चे घरों में रहने वाले सभी परिवारों को 2022 तक पक्का घर देने का वादा भी किया है।
भाजपा का घोषणा पत्र : राम मंदिर पर दोहराया रुख, सबरीमाला की आस्‍था बरकरार रखने का भी 'संकल्‍प'संकल्प पत्र में भाजपा ने अपने मूल मंत्र 'सबका विकास' को साकार करने के लिए जो बड़े वादे किए हैंं, उनमें आदिवासियों को रोजगार प्रदान करने और उनकी आय को बढ़ाने के लिए देश भर में 50 हजार 'वन-धन विकास केंद्रों' की स्थापना करने का वादा भी शामिल है।
इसका मकसद आदिवासियों की वन उपज की सही कीमत दिलाना है। भाजपा ने इसके अलावा संवैधानिक प्रावधानों के तहत समाज के सभी वर्गो को न्यायपूर्ण और समान तरीके से हर लाभ उपलब्ध कराने का भी वादा किया है।
दिव्यांगों को फिक्स्ड डिपाजिट में ज्यादा ब्याज दिलाने का वादा: संकल्प पत्र में वंचित और कमजोर वर्ग का पूरा ख्याल रखा गया है। खासकर दिव्यांगों को सक्षम बनाने को लेकर पूरा जोर दिया गया है। वैसे भी दिंव्यागजनों को लेकर भाजपा ने पहले भी दरियादिली दिखाई थी। इसके तहत उन्हें दिव्यांग नाम दिया गया। साथ ही इन्हें छात्रवृत्ति भी दी गई है। संकल्प पत्र में इस बार इस वर्ग को फिक्स्ड डिपाजिट में ज्यादा ब्याज दिलाने की दिशा में कदम उठाने का वादा किया गया है।
राष्ट्रीय वयोश्री योजना को मिलेगा विस्तार: बुजुर्गो के लिए शुरू की गई राष्ट्रीय वयोश्री योजना को और भी विस्तार देने का वादा किया गया है। अभी यह कुछ ही जिलों में चल रही है। संकल्प पत्र में इसके साथ ही सभी अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण और उन्हें गरिमापूर्ण विकास उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता जताई है। भाजपा ने अपनी सरकार के 115 पिछड़े जिलों को आगे बढ़ाने के कदम और आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। साथ ही वादा किया है कि वह देश में भौगोलिक समानता को लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में युवाओं पर विशेष ध्यान दिया है। भाजपा के मुताबिक, 'न्यू इंडिया के निर्माण में अगली पीढ़ी की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए हमें एक मजबूत आधारशिला की आवश्यकता है।'  भाजपा ने युवाओं में स्वरोजगार की भावना को बढ़ावा देने के लिए कई सारे संकल्प लिए हैं।
प्रमुख संकल्प:
  • हम उद्यमियों के लिए 50 लाख तक केकोलेटरल मुक्त ऋण (कोलेटरल फ्री क्रेडिट) के लिए एक नई योजना लाने का संकल्प। 
  • प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का विस्तार करते हुए 30 करोड़ लोगों तक योजना  का लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करने का संकल्प।  
  • 20 हजार करोड़ रुपये के 'सीड स्टार्टअप फंड' के जरिए स्टार्टअप्स को लगातार प्रोत्साहित करने का संकल्प। 
  • युवाओं में नशामुक्ति के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष उपचार कार्यक्रम शुरू करने का संकल्प। 

राम मंदिर निर्माण पर पुराना रुख: भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि पार्टी अयोध्‍या में भव्‍य राम मंदिर निर्माण को लेकर अपना रुख दोहराती है। हालांकि, भाजपा ने संविधान के दायरे में रहकर ही मंदिर निर्माण के लिए सभी संभावनाएं तलाशने और इसके लिए सभी जरूरी कोशिशें करने की बात कही है। बता दें कि इस साल संसद सत्र से पहले संतों एवं कुछ संगठनों ने राम मंदिर निर्माण के लिए अध्‍यादेश लाए जाने की बात कही थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल के शुरुआत में ही एएनआई को दिए साक्षात्‍कार में साफ कर दिया था कि राम मंदिर पर अध्यादेश लाने का कोई भी फैसला न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही लिया जा सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा और केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए हरसंभव प्रयास करने को तैयार हैं।  
सबरीमाला की आस्‍था बरकरार रखने का संकल्‍प: भाजपा ने अपने संकल्‍प पत्र में कहा है कि पार्टी पूरी कोशिश करेगी कि सुप्रीम कोर्ट के समक्ष सबरीमाला मंदिर की आस्‍था, परंपरा और पूजा पद्धति का पूरा विषय रखा जाए। पार्टी ने कहा है कि हमारी पूरी कोशिश होगी कि आस्‍था और विश्‍वास से जुड़े विषयों को सांविधानिक संरक्षण मिले। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने  28 सितंबर 2018 को भगवान अयप्पा के सबरीमाला मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दे दी थी। तभी से इस फैसले को लागू कराने के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं। इतना ही नहीं मौजूदा वक्‍त में यह मसला एक चुनावी मुद्दा बन गया है। 
गंगा का अविरल प्रवाह सुनिश्चित करने का वादा: भाजपा ने संकल्‍प पत्र में कहा है कि वह गंगोत्री से गंगासागर तक गंगा नदी का निर्मल और अविरल प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। पार्टी सरकार में आने पर सुनिश्चित करेगी कि गंगा के किनारे बसे नगरों में सीवेज सिस्‍टम 100 फीसदी प्रभावी तरीके से काम करे। यही नहीं गंगा के किनारे के गांवों को एक परियोजना में शामिल करते हुए उनके ठोस एवं तरल कचरे का संपूर्ण प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। बता दें कि निर्मल गंगा को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पिछले लोकसभा चुनाव से ही काफी सक्रिय रहे हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्‍होंने कहा था कि न मुझे किसी ने भेजा है और न मैं यहां आया हूं, मुझे तो मां गंगा ने बुलाया है। तबसे यह बयान काफी सुर्खियों में रहा है। 
समान नागरिक संहिता पर किया यह वादाभाजपा ने कहा है कि भारत के संविधान में समान नागरिक संहिता का जिक्र राज्‍य के नीति निर्देशक सिद्धांतों के रूप में की गई है। भाजपा का मानना है कि जब तक भारत में समान नागरिक संहिता को अपनाया नहीं जाता है तब तक लैंगिक समानता कायम नहीं हो सकती है। समान नागरिक संहिता सभी महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करती है। भाजपा ने कहा है कि वह सर्वश्रेष्‍ठ परंपराओं से प्रेरित समान नागरिक संहिता बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है।