Tuesday, April 2, 2019

8 वर्ष तक नौकरी कर चुके तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों के HCS बनने की राह हुई आसान

साभार: जागरण समाचार 
हरियाणा प्रदेश के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में सी श्रेणी के पदों पर काम कर रहे कर्मचारियों के एचसीएस बनने की राह अब आसान हो गई है। आठ वर्ष तक का अनुभव रखने वाले बेदाग कर्मचारियों को हरियाणा सिविल
सर्विस की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद अलग कैटेगरी बनाई जाएगी। इसके तहत उनका साक्षात्कार लिया जाएगा। इसके लिए सरकार ने नियमों में संशोधन किया है। सरकार की तरफ से जनवरी में जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार उम्मीदवार का ग्रेजुएट होना अनिवार्य है। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में काम करने वाले कर्मचारी इसका लाभ उठा पाएंगे या नहीं।
हरियाणा लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद सरकार के विभागों में सी श्रेणी के पात्र उम्मीदवारों से प्रार्थना पत्र आमंत्रित किए जाएंगे। इसके बाद संबंधित विभागों के अध्यक्षों से उनकी योग्यता को प्रमाणित करवाकर निर्धारित सीटों से तीन गुणा उम्मीदवारों को बुलाया जाएगा। विभागाध्यक्षों से गोपनीय रिपोर्ट के सारांश के मूल्यांकन और सत्यनिष्ठा प्रमाण पत्र सहित अन्य चीजें वेरीफाई की जाएंगी।
ये होंगे पात्र:
’ सी श्रेणी के जिन कर्मचारियों ने सरकारी सेवा में लगातार 8 वर्ष पूरे कर लिए हों।
’ उम्मीदवार की उम्र 50 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
’ उम्मीदवार किसी अनुशासनात्मक कार्यवाही का सामना न कर रहा हो और न ही उसके खिलाफ कार्यवाही अपेक्षित हो।
’ वह किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक यानी ग्रेजुएट होना चाहिए।