साभार: जागरण समाचार
ग्रुप डी की नौकरी लगवाने का झांसा देकर दो युवकों वीरेंद्र और सतीश ने 27 बेरोजगार युवाओं से करीब 54 लाख रुपये ठग लिए। आरोपितों ने एक केंद्रीय मंत्री का हवाला देकर रुपये वसूले थे। चौंकाने वाली बात यह है कि
मुख्य आरोपित वीरेंद्र 12वीं पास है जबकि सतीश सिर्फ 10वीं पास है। इसके बावजूद दोनों ने एमए, बीएड पास युवकों को अपने जाल में फंसा कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया। शहर थाना पुलिस ने सोमवार रात दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
मंगलवार को पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश किया। वहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। गांव पालुवास निवासी सुंदर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी मुलाकात कोंट रोड मिनी बाईपास निवासी वीरेंद्र और सतीश से हुई थी। दोनों ने कहा कि उनकी पहचान एक केंद्रीय मंत्री से है। अगर कोई ग्रुप डी की नौकरी लगना चाहता है तो बताना। हम सेटिंग करके नौकरी लगवा देंगे। सुंदर ने खुद की नौकरी लगवाने के लिए कहा तो आरोपितों ने उससे साढ़े तीन लाख रुपये मांगे। इस पर उसने कुछ दिन बाद उन्हें डेढ़ लाख रुपये दे दिए, लेकिन आरोपितों ने नौकरी नहीं लगवाई। रुपये वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी दी। शिकायत के बाद डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने जांच की और दोनों युवकों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया। पुलिस ने सोमवार रात को छापेमारी कर मिनी बाइपास कोंट रोड निवासी वीरेंद्र राव और हनुमान गेट पीपली वाली जोहड़ी निवासी सतीश को गिरफ्तार कर लिया।
भिवानी, रोहतक और हिसार के बने शिकार: दोनों जालसाजों के जाल में भिवानी, रोहतक और हिसार के युवक फंसे हैं। इन जिलों के 27 युवकों में से प्रत्येक से दो लाख रुपये ठगे गए हैं। कुल 54 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ अलग-अलग युवकों की शिकायत पर तीन केस दर्ज किए हैं।