साभार: जागरण समाचार
अनुशासनहीनता के सुबूत मांगने से नाराज इनेलो सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला और इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह
चौटाला को पार्टी से बाहर निकालने की भूमिका तैयार कर दी है। गुरुवार को गुरुग्राम के सेक्टर 17 स्थित एक बैंक्वेट हाल में हुई इनेलो की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि किसी व्यक्ति विशेष की इच्छा पूर्ति के लिए पार्टी के संगठन को कमजोर नहीं किया जा सकता। दुष्यंत और दिग्विजय के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के लिए चौटाला ने प्रदेश कार्यकारिणी में उपस्थित पदाधिकारियों व सदस्यों से हाथ उठवाकर समर्थन लिया। इसके बाद उन्होंने घोषणा की कि पार्टी के अनुशासन समिति न सिर्फ दुष्यंत -दिग्विजय बल्कि उन सभी पार्टी पदाधिकारियों के बारे में भी अंतिम निर्णय लेगी जो 7 अक्टूबर की गोहाना रैली में अनुशासनहीनता के दोषी हैं। अनुशासन समिति को अक्टूबर तक का समय दिया गया। उन्होंने कहा कि वह अक्टूबर को एक दिन के लिए मेडिकल जांच को जेल से बाहर आएंगे। तब अनुशासन समिति की रिपोर्ट पर अंतिम कार्रवाई करेंगे।
दुष्यंत समय नहीं मांगते तो निष्कासन पर आज ही तय थी मुहर: पार्टी सूत्रों का कहना है कि यदि दुष्यंत चौटाला कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए समय नहीं मांगते तो गुरुग्राम की प्रदेश कार्यकारिणी में ही उनके निष्कासन पर मुहर लग जाती। सूत्र बताते हैं कि खुद दुष्यंत को भी इसकी जानकारी थी, इसलिए उन्होंने पार्टी से मिले नोटिस की प्रति भी मीडिया में बुधवार को जारी करवा दी थी। दुष्यंत के निष्कासन पर हुए फैसले का खुला इशारा खुद अभय सिंह चौटाला ने पत्रकारों के समक्ष यह कह कर दिया था कि किसी संस्थान में काम करने वाले व्यक्ति की अनुशासनहीनता सामने आती है तो क्या उस संस्थान का मालिक उसे नौकरी पर रखेगा।
विधायकों के चेहरों से गायब थी मुस्कुराहट: ओमप्रकाश चौटाला के निर्णय के बाद नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला, पार्टी के नेता रामपाल माजरा और गोपीचंद गहलोत को छोड़ दें तो पार्टी के पुराने पदाधिकारियों और मौजूदा विधायकों के चेहरे से मुस्कुराहट गायब थी। अभय चौटाला ने प्रदेश कार्यकारिणी में घोषणा की कि 1 नवंबर से राज्य भर में फिर से एसवाईएल नहर के निर्माण से लेकर अन्य समस्याओं के समाधान के लिए अधिकार आंदोलन होगा। बैठक में उक्त नेताओं के अलावा विधायक माखन लाल सिंगला, परमिंद्र सिंह ढुल, सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी सहित पार्टी के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।